
‘संविधान बचाओ रैली’ में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर ज़बरदस्त हमला बोलते हुए सवालों की बौछार कर दी। उन्होंने दावा किया कि 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले से पहले पीएम मोदी को खुफिया रिपोर्ट मिल चुकी थी। फिर भी सुरक्षा बंदोबस्त नहीं बढ़ाया गया — और खुद पीएम ने कश्मीर दौरा रद्द कर लिया।
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“खुफिया चेतावनी मिली थी, फिर भी 26 लोग मारे गए?”
खरगे ने कहा,
“जब खुफिया रिपोर्ट मिली थी, तो पहलगाम में अतिरिक्त सुरक्षा बल क्यों नहीं भेजे गए? क्या केंद्र सरकार मौतों की ज़िम्मेदारी से बच सकती है?”
उन्होंने जोर देते हुए बताया कि खुद प्रधानमंत्री ने सर्वदलीय बैठक में खुफिया चूक स्वीकार की है। अगर जानकारी थी, तो कार्रवाई क्यों नहीं हुई? जवाब चाहिए, जुमले नहीं।
“मोदी जी ने दौरा क्यों टाला, डर से?”
खरगे का आरोप:
“तीन दिन पहले रिपोर्ट आई और पीएम ने दौरा रद्द कर दिया, ये क्या संकेत देता है? क्या डर था? और जनता को क्यों नहीं सतर्क किया गया?”
यह सिर्फ राजनीतिक बयान नहीं, जन सुरक्षा और जवाबदेही का मुद्दा है।
“देश सर्वोपरि है, कांग्रेस हर कदम पर साथ”
खरगे ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी ठोस कार्रवाई में कांग्रेस पूरी तरह से सरकार के साथ खड़ी है।
“पार्टी, धर्म या राजनीति से ऊपर, हमारे लिए देश सर्वोच्च है।”
“भाजपा सिर्फ जुमलों की मशीन है”
खरगे ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा:
“ये सरकार सिर्फ प्रचार करती है। जमीनी काम कम, दिखावे ज़्यादा। एससी, एसटी, ओबीसी से नौकरियां छीनो, संस्थान बेचो — यही है इनकी नीति।”
भाजपा का पलटवार
झारखंड भाजपा प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने पलटवार करते हुए कहा:
“खरगे की बयानबाज़ी उस वक्त आई है जब पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक लड़ाई चल रही है। ऐसे समय में इस तरह की बयानबाज़ी सेना और देश का मनोबल गिरा सकती है।”
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