पहले गोली, फिर गले लगाने की बात: पाकिस्तान का नया ड्रामा!

चार दिन तक मिसाइलें, ड्रोन और बम गिराने के बाद अब पाकिस्तान को अचानक शांति का अहसास हुआ है। और इस बार वह डोनाल्ड ट्रंप की पोस्ट को पकड़कर ‘सद्भावना’ का तमाशा खड़ा करने लगा है। भारतीय वायुसेना का सटीक वार: ऑपरेशन सिंदूर जारी पाक विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर लिखा कि वो अमेरिका और ट्रंप के “रचनात्मक प्रयासों” का स्वागत करता है। अरे भाई, बम तुम्हारे थे, आग भी तुमने लगाई और अब कह रहे हो कि ट्रंप साहब ने बर्फ डाली तो राहत मिली! शांति का टोपी,…

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गुरुग्राम की ज़ुबानी: “पाकिस्तान अमन की बात ना, डर की मारी चुप्पी है”

चार दिन तक चले फुल-फ्लेज्ड हमलों और ड्रोन अटैकों के बाद पाकिस्तान की तरफ से आए अचानक सीज़फायर के प्रस्ताव पर गुरुग्राम की जनता ने सधी और सीधी प्रतिक्रिया दी है। यहां के लोग मानते हैं कि ये शांति नहीं, भारत की ताकत का असर है। और हरियाणा में लोग सीधी बात करने में यकीन रखते हैं—“कुत्ते की दुम को सीधा करने का एक ही तरीका है – डंडा!” बागी बलिया बोलेला – पाकिस्तान के भरोसा कइसे? भारत तैयार रहे के चाहीं! गुरुग्राम बोले – “सौ बात की एक बात…

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सीज़फायर पर बहराइच की जनता की राय: पाकिस्तान से नहीं, भारत की तैयारी से है भरोसा

भारत-पाकिस्तान सीमा पर 4 दिनों तक चले टकराव के बाद हुई सीज़फायर की घोषणा पर बहराइच के लोग सतर्क हैं। शांति के पक्ष में तो सब हैं, मगर पाकिस्तानी मंशा पर शक गहराता जा रहा है। यहाँ के लोगों ने साफ तौर पर कहा कि भारत को नर्मी नहीं, रणनीतिक सख़्ती बनाए रखनी चाहिए। गोरखपुर की ज़मीन से उठी आवाज़ – “सीज़फायर ठीक है, लेकिन भरोसा नहीं” बहराइच की ज़ुबानी – शांति ज़रूरी, मगर सजगता पहली शर्त समीउल्लाह खान :“शांति की पहल स्वागतयोग्य है, लेकिन पाकिस्तान का ट्रैक रिकॉर्ड झूठ…

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गोरखपुर की ज़मीन से उठी आवाज़ – “सीज़फायर ठीक है, लेकिन भरोसा नहीं”

सीज़फायर की खबर पर गोरखपुर में हलचल है। भारत-पाक तनाव के बीच हुई यह घोषणा शांति की दिशा में कदम ज़रूर है, लेकिन स्थानीय लोगों की राय में इसे पाकिस्तान की रणनीतिक मजबूरी के रूप में देखा जा रहा है, न कि सच्चे इरादे के तौर पर। बागी बलिया बोलेला – पाकिस्तान के भरोसा कइसे? भारत तैयार रहे के चाहीं! क्या कहते हैं गोरखपुरवासी? अब्दुल राशिद :“शांति सबसे बेहतर विकल्प है लेकिन पाकिस्तान का इतिहास भरोसे लायक नहीं। सीज़फायर तब तक बेमानी है जब तक आतंकवाद की फैक्ट्री बंद न…

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बागी बलिया बोलेला – पाकिस्तान के भरोसा कइसे? भारत तैयार रहे के चाहीं!

बलिया, जेकरा के “बागी” कहल जाला, उ हमेशा से राष्ट्रभक्ति में अव्वल रहल बा। आज जब भारत आ पाकिस्तान के बीच तनाव के बाद सीज़फायर भइल, तब बलिया के जनता सीधे बोले लागल – “ई त बस चुप्पी के शोर बा, पाकिस्तान पर भरोसा कइसे होई?” पटना बोलेला – शांति ठीक बा, बाकिर जब ले आतंकवाद रही, तब ले भारत के जवाब भी ज़रूरी बा गलियन से आईल आवाज: शमीम अख्तर कहले:“भारत के चुप्पी बहुत कुछ कहत बा। पाकिस्तान के समझ में आ गइल कि ई नया इंडिया ह, जवना…

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पटना बोलेला – शांति ठीक बा, बाकिर जब ले आतंकवाद रही, तब ले भारत के जवाब भी ज़रूरी बा

भारत आ पाकिस्तान के बीच चार दिन चले टकराव के बाद सीज़फायर के ऐलान भइल। बाकिर पटना के सड़क से लेकर चाय के दुकान तक, लोगन के बहस ई बा कि ई युद्धविराम मजबूरी रहल कि पाकिस्तान पर पड़ल भारत के दबाव? भोपाल की जनता बोली – सीज़फायर ठीक है, लेकिन पाकिस्तान पर भरोसा नहीं पटना के जनता का कहेले? मुजाहिद रजा बोले,“हम मुसलमान होके पाकिस्तान के हरकत से नाराज़ बानी। भारत के सुरक्षा सबसे ऊपर बा। आतंकवाद के मुंहतोड़ जवाब मिलल चाहीं। सीज़फायर ठीक बा, बाकिर सतर्कता ज़रूरी बा।”…

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सीज़फायर पर मुंबई वालों की राय: क्या ये फाइनल पीस है या एक और ‘पॉज़’ बटन?

भारत और पाकिस्तान के बीच 4 दिन तक चले टकराव के बाद आए अचानक युद्धविराम की घोषणा पर मुंबई की सड़कों से लेकर सोशल मीडिया तक सवाल गूंजने लगे हैं — “आखिर ये कब तक टिकेगा?” सीज़फायर पर लखनऊ वालों की राय: क्या ये वाकई शांति की शुरुआत है? आइए जानते हैं मुंबई के विभिन्न तबकों से जुड़े नागरिकों की राय, जिसमें मुस्लिम समुदाय की आवाज़ भी शामिल है: “हम शांति चाहते हैं, लेकिन आतंक से नहीं डरते” — नाजिया शेख (काउंसलर) “हर मुस्लिम को शक की नजर से देखना…

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सीज़फायर पर लखनऊ वालों की राय: क्या ये वाकई शांति की शुरुआत है?

भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया संघर्ष और फिर सीज़फायर की घोषणा ने देशभर में चर्चा छेड़ दी है। लखनऊ जैसे संवेदनशील और राजनीतिक रूप से जागरूक शहर में इस विषय पर लोगों की राय जानना ज़रूरी हो जाता है। Ceasefire: भारत की ब्रह्मास्त्र रणनीति से कैसे डर गया पाकिस्तान? “शांति जरूरी है, मगर कीमत पर नहीं” — सरताज़ अहमद (मेडिकल छात्र, चौक) सरताज़ कहते हैं, “सीज़फायर का समर्थन करता हूं, लेकिन अगर इसका मतलब है कि हम आतंकी हमलों को भूल जाएं, तो यह नाइंसाफी है। पहलगाम में जो…

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सीज़फ़ायर: सिविल सेवा अभ्यर्थियों के लिए क्यों है यह बेहद अहम?

सीज़फ़ायर (Ceasefire) शब्द युद्ध विराम का प्रतीक है। यह शब्द जितना सैन्य दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, उतना ही राजनीतिक, प्रशासनिक और कूटनीतिक दृष्टिकोण से भी — विशेषकर UPSC सिविल सेवा परीक्षा के लिए। यह टॉपिक GS Paper 2 (International Relations), Paper 3 (Internal Security), Essay Paper और इंटरव्यू सभी स्तरों पर अत्यंत प्रासंगिक है। माँ की सेहत, परिवार की असली संपत्ति – माँ के लिए ज़रूरी डाइट और फिटनेस टिप्स 1. GS Paper 2 – अंतरराष्ट्रीय संबंध और द्विपक्षीय वार्ताएं भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम (Ceasefire Agreement) न केवल LOC पर शांति…

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ओवैसी बोले: ‘शांति तब तक संभव नहीं, जब तक पाक आतंक की ज़मीन है’

भारत और पाकिस्तान के बीच हुए ताज़ा सीज़फायर पर AIMIM प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जब तक पाकिस्तान अपनी ज़मीन का इस्तेमाल भारत के ख़िलाफ़ आतंकवाद के लिए करता रहेगा, तब तक स्थायी शांति सिर्फ़ एक सपना बनी रहेगी। “5 baje Ceasefire, 9 baje Firefire! Vikram Misri का गुस्सा: Enough is Enough!” ओवैसी ने शनिवार रात अपने एक्स अकाउंट पर लिखा: “Ceasefire हो या ना हो, हमें पहलगाम हमले के दोषियों का पीछा नहीं छोड़ना चाहिए। जब-जब बाहरी हमला हुआ…

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