
सीज़फ़ायर (Ceasefire) शब्द युद्ध विराम का प्रतीक है। यह शब्द जितना सैन्य दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, उतना ही राजनीतिक, प्रशासनिक और कूटनीतिक दृष्टिकोण से भी — विशेषकर UPSC सिविल सेवा परीक्षा के लिए।
यह टॉपिक GS Paper 2 (International Relations), Paper 3 (Internal Security), Essay Paper और इंटरव्यू सभी स्तरों पर अत्यंत प्रासंगिक है।
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1. GS Paper 2 – अंतरराष्ट्रीय संबंध और द्विपक्षीय वार्ताएं
भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम (Ceasefire Agreement) न केवल LOC पर शांति लाने की कोशिश है, बल्कि यह भारत की संयमित विदेश नीति और रणनीतिक धैर्य को भी दर्शाता है।
महत्वपूर्ण पहलू:
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Shimla Agreement (1972) और Lahore Declaration (1999) की निरंतरता
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युद्ध न हो, संवाद बने – यही भारत की नैतिक और रणनीतिक प्राथमिकता
UPSC में प्रश्न: भारत-पाकिस्तान के बीच सीज़फ़ायर की निरंतरता भारत की विदेश नीति में यथार्थवाद और आदर्शवाद के संतुलन को कैसे दर्शाती है?
2. GS Paper 3 – आंतरिक सुरक्षा और सीमावर्ती प्रबंधन
सीज़फ़ायर का उल्लंघन सीधे सीमा की सुरक्षा, स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा और राज्य पुलिस व सैन्य समन्वय से जुड़ा होता है।
रिलेटेड थीम्स:
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LOC पर सतत तनाव और उसका मनोवैज्ञानिक प्रभाव
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आतंकवाद की घुसपैठ में कमी या वृद्धि
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Smart Border Management और Technological Surveillance
UPSC में प्रश्न: सीज़फ़ायर समझौते भारत की आंतरिक सुरक्षा रणनीति में किस प्रकार सहायक हो सकते हैं?
3. नीति, प्रशासन और इंटरव्यू में उपयोगिता
एक IAS या IPS अधिकारी के रूप में आपको:
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सिविल-मिलिट्री समन्वय को समझना होगा
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संघर्षग्रस्त क्षेत्रों में सांप्रदायिक सद्भाव, शांति वार्ता, और स्थानीय प्रशासन को संतुलित करना होगा
इंटरव्यू में संभावित प्रश्न:
“यदि आप कश्मीर में तैनात अधिकारी हैं और सीज़फ़ायर का उल्लंघन हो जाता है, तो आपकी प्रशासनिक प्राथमिकताएँ क्या होंगी?”
4. उत्तर लेखन और निबंध में दृष्टिकोण
सीज़फ़ायर केवल “NO BULLET ZONE” नहीं होता, यह राज्य की इच्छाशक्ति, कूटनीति, सैन्य रणनीति और नागरिकों की आकांक्षाओं का मिश्रण होता है। UPSC उत्तरों में इसे multi-dimensional perspective से लिखना आपकी समझ को परखने का बेहतरीन मौका हो सकता है।
एक सिविल सेवक की दृष्टि से सीज़फ़ायर
“सीज़फ़ायर तब ही टिकाऊ होता है जब उसके पीछे मजबूत संवाद, विश्वसनीय कूटनीति और दूरदर्शी नेतृत्व हो।”
UPSC में सफलता केवल तथ्य याद करने से नहीं मिलती, बल्कि विषयों की समग्र समझ और मूल्य आधारित दृष्टिकोण से मिलती है।
सीज़फ़ायर उसी समझ का एक आवश्यक हिस्सा है।
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