“अगर राजनीति एक सर्कस है, तो डोनाल्ड ट्रंप उसके सबसे रंगीन जोकर हैं – जिनके पास रेड कारपेट है, ट्विटर अकाउंट है और एक हेयरस्टाइल जो ग्रेविटी के सारे नियम तोड़ता है!”
जब अमेरिका ने एक अरबपति रियलिटी शो स्टार को राष्ट्रपति बना दिया, तो दुनिया ने पहले तो हँसी में उड़ाया, फिर माथा पकड़ा… और फिर पॉपकॉर्न लेकर बैठ गई। ट्रंप का कार्यकाल किसी सीरीयस न्यूज बुलेटिन जैसा नहीं, बल्कि एक live stand-up comedy जैसा है – जहाँ punchline कभी मीडिया बनती, कभी मैक्सिको की दीवार, और कभी covfefe।
इस लेख में हम ट्रंप के कार्यकाल को देखेंगे, पर सीरियस ऐंगल से नहीं – बल्कि हास्य के चश्मे से, क्योंकि अगर हमने ट्रंप को गंभीरता से लिया होता, तो अमेरिका की आधी आबादी अब तक थेरेपी में होती।
तो आइए, राजनीति के इस शो मैन के पीछे के असली शो की परतें खोलते हैं – एक ट्वीट, एक हेयरफ्लिप, और एक जोरदार punch के साथ
1. “मेक अमेरिका ग्रेट अगेन” या “मेक हेयर ग्रेट अगेन”?
ट्रंप ने देश को फिर से महान बनाने का वादा किया था, लेकिन सबसे पहले उन्होंने अपने बालों को महान बनाया। यह बाल नहीं थे, यह एक जीती-जागती राष्ट्रीय धरोहर थे। वैज्ञानिकों को शक था कि ये शायद अमेरिका का आखिरी बचा हुआ एंडेंजर्ड स्पीशीज़ हो।
2. व्हाइट हाउस या बिग बॉस हाउस?
ट्रंप के कार्यकाल में व्हाइट हाउस इतना ड्रामा से भर गया है कि सलमान ख़ान भी कहें, “भाई, ये कंटेंट तो ओवर है।” सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस, दोपहर ट्विटर पर तूफान, शाम को CNN से लड़ाई, और रात को “Chinaaaa” बोलते हुए स्लीप मोड।
3. ट्रंप के ट्वीट्स: फास्ट फूड जितना अनहेल्दी, उतना ही अडिक्टिव
कहा जाता है कि ट्रंप को रात में दो ही चीज़ें पसंद थीं — कोल्ड बर्गर और हॉट ट्वीट्स। पिछली बार उनके ट्वीट्स इतने अनफिल्टर्ड थे कि ट्विटर को खुद को सेन्सर करने की ज़रूरत पड़ गई। कई बार तो उनके ट्वीट पढ़कर अमेरिका ने सामूहिक रूप से “क्या?” कहा।
4. जलवायु परिवर्तन? ट्रंप को तो एयर कंडीशनर ज्यादा टेंशन देता था
जब पूरी दुनिया क्लाइमेट चेंज पर चर्चा कर रही थी, ट्रंप ने कहा, “It’s cold outside. Where is global warming?” ये वही लॉजिक है जैसे कोई फ्रिज खोलकर कहे — “बर्फ है, इसका मतलब दुनिया नहीं जल रही।”
5. कोविड का इलाज: सैनिटाइज़र इंजेक्शन और पवित्र हवा
जब पूरी दुनिया वैक्सीन बना रही थी, ट्रंप ने सुझाव दिया कि लाइट और सैनिटाइज़र से शरीर को साफ किया जा सकता है। WHO को लगा शायद व्हाइट हाउस में वास्तु दोष है, नहीं तो ऐसा ज्ञान गंगा और कहां बहेगी?
6. फॉरेन पॉलिसी या हॉलीवुड स्क्रिप्ट?
किम जोंग उन से मिलने के बाद ट्रंप बोले, “हम एक-दूसरे से प्यार करते हैं।” अमेरिका की जनता डर गई कि अगला कदम कहीं डेटिंग ऐप डिप्लोमेसी न हो। शायद अगली G20 मीटिंग Tinder प्रोफाइल से तय होती।
7. फाइनल वर्ड: ट्रंप एक विचारधारा नहीं, एक शो हैं
डोनाल्ड ट्रंप को समझने के लिए आपको राजनीति नहीं, नेटफ्लिक्स देखना पड़ेगा। वह एक चलती-फिरती रियलिटी शो मशीन हैं। कभी गंभीर, कभी अजीब, और हमेशा ट्रेंडिंग।
लेखक : आशीष शर्मा ऋषि