“बंदूकें ख़ामोश करो पाकिस्तान!” – उमर अब्दुल्ला का दो टूक बयान

हुसैन अफसर
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जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने साफ कहा कि 1971 के युद्ध के बाद पहली बार जम्मू शहर को ऐसे निशाना बनाया गया है।
“पाकिस्तान की ओर से ड्रोन से हमला किया गया, लेकिन हमारे सुरक्षाबलों ने सारे ड्रोन निष्क्रिय कर दिए।”

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अनंतनाग में सेना के डिपो को उड़ाने की कोशिश, नाकाम रहा पाकिस्तान

उमर अब्दुल्ला ने खुलासा किया कि पाकिस्तान ने कश्मीर के अनंतनाग में एक गोला-बारूद डिपो को भी निशाना बनाने की कोशिश की थी, लेकिन वहां भी उसे नाकामी ही हाथ लगी।

“हालात हमने नहीं बनाए, पहलगाम में हमारे लोगों पर हमला हुआ, बेगुनाहों की हत्या की गई — जवाब देना जरूरी था।”

“पाकिस्तान हालात बिगाड़ रहा है, नुक़सान उसी का होगा”

सीएम उमर ने पाकिस्तान को सख्त चेतावनी दी:

“अगर पाकिस्तान इसे बढ़ाने की कोशिश करता है, तो उसे कोई कामयाबी नहीं मिलेगी। नुक़सान सिर्फ और सिर्फ पाकिस्तान को ही होगा।”

उन्होंने बंदूकें ख़ामोश करने की सलाह देते हुए कहा कि पाकिस्तान को यह समझना चाहिए कि मौजूदा हालात में वह कुछ भी हासिल नहीं कर पाएगा।

ड्रोन हमलों से बौखलाया पाकिस्तान?

  • पहलगाम हमले के बाद भारत की ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसी जवाबी कार्रवाई ने पाकिस्तान की हालत खस्ता कर दी है।

  • ऐसे में अब वह ड्रोन, आतंकियों और कश्मीर में छिपे तंत्रों के जरिए जवाबी हमला करने की कोशिश में है, लेकिन हर बार मुंह की खा रहा है।

क्या ये युद्ध की भूमिका है?

2025 में भारत पहले जैसा नहीं रहा। अब भारत न सिर्फ जवाब देता है, बल्कि रणनीतिक स्तर पर हर कदम फूंक-फूंक कर रखता है।
ड्रोन, आतंक, और छद्म युद्ध की कोशिशें अब भारत की सुरक्षा नीति के आगे फेल हो रही हैं।

अब चेतावनी से आगे की बारी है?

उमर अब्दुल्ला का बयान इस बात का संकेत है कि अब भारत के राजनीतिक वर्ग में भी पाकिस्तान को लेकर बिल्कुल स्पष्ट रुख है।
शब्दों से आगे अब एक्शन की बारी है“, और शायद यही संदेश पाकिस्तान को समझना चाहिए — जब तक बंदूकें ख़ामोश नहीं होंगी, तब तक भारत शांत नहीं बैठेगा।

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