
नगर कोतवाली पुलिस ने एक बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने अवैध तरीके से ड्राइविंग लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन और फर्जी दस्तावेज तैयार करवाने वाले गिरोह के तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
टेरिटोरियल आर्मी क्या है? अब सेना प्रमुख सीधे दे सकेंगे मिशन पर तैनाती | जानिए सैलरी, सुविधाएं
पुलिस की दबिश और जब्ती
कार्रवाई के दौरान पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए। बरामद सामान में शामिल हैं:
-
2 नेपाली नंबर प्लेट
-
8 आरसी (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट)
-
24 ट्रांसफर पेपर
-
10 आधार कार्ड
-
89 बॉन्ड पेपर
-
₹27,740 नगद
-
3 मोबाइल फोन
-
₹15,000 अतिरिक्त नगद
-
3 सीपीयू, 3 प्रिंटर, 3 कीबोर्ड, 3 माउस
कैसे चल रहा था फर्जीवाड़ा?
जानकारी के मुताबिक, ये आरोपी बहराइच ARTO ऑफिस के सामने अवैध रूप से “जनसुनवाई केंद्र” की शक्ल में दलाली का धंधा चला रहे थे।
वे लोगों से मोटी रकम लेकर:
-
फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस
-
वाहनों का रजिस्ट्रेशन
-
फर्जी ट्रांसफर पेपर आदि बनवाने का अवैध कार्य कर रहे थे।
गिरफ्तार आरोपी कौन हैं?
-
जुल्फिकार
-
एजाज़
-
करीम
ये तीनों आरोपी लंबे समय से इस अवैध नेटवर्क का संचालन कर रहे थे। स्थानीय लोग इस गिरोह से बेहद परेशान थे, क्योंकि ये सरकारी प्रक्रिया को धता बताकर दलाली के ज़रिए लोगों को लूट रहे थे।
पुलिस की कड़ी कार्रवाई
पुलिस ने इन तीनों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। इस कार्रवाई के बाद RTO के आस-पास सक्रिय दलालों में हड़कंप मच गया है।
बहराइच में पुलिस की यह कार्रवाई फर्जीवाड़े और भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सख्त संदेश है। RTO जैसी संवेदनशील जगहों पर चल रहे अवैध कार्यों पर अब कानून की सीधी नज़र है।
जब कोई कहे “हाँ, सब ठीक”, समझ लीजिए बहुत कुछ ठीक नहीं है — ग़म निकालो, दिल हल्का करो!