
भारत सरकार ने 5 मई 2025 से एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए सड़क दुर्घटना पीड़ितों के लिए “कैशलेस ट्रीटमेंट स्कीम” को पूरे देश में लागू कर दिया है। इस योजना के तहत, किसी भी सड़क हादसे में घायल व्यक्ति को 1.5 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त में मिलेगा।
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किन्हें मिलेगा फायदा?
किसी भी सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति, चाहे वह पैदल चल रहा हो, बाइक पर हो या किसी गाड़ी में सवार हो। हादसा देश के किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश में हुआ हो।
इलाज कहां मिलेगा?
सरकारी या सरकार द्वारा नामित अस्पतालों में – पूरी तरह नकद रहित इलाज
अन्य अस्पतालों में – केवल प्राथमिक उपचार (स्टेबलाइजेशन) तक की सुविधा
इलाज की समयसीमा और राशि:
हादसे की तारीख से अगले 7 दिन तक
अधिकतम ₹1,50,000 तक का मुफ्त इलाज
स्कीम को कौन चला रहा है?
नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (NHA) – योजना का क्रियान्वयन
राज्य रोड सेफ्टी काउंसिल – निगरानी और स्थानीय समन्वय
स्टीयरिंग कमेटी (केंद्र) – योजना की निगरानी और सुधार
कहां से आई प्रेरणा?
14 मार्च 2024 को इस स्कीम का पायलट प्रोग्राम शुरू हुआ था, जिसकी सफलता के बाद इसे पूरे देश में लागू किया गया।
ध्यान देने योग्य बातें:
यह योजना “नो फॉल्ट प्रिंसिपल” पर आधारित है यानी गलती किसी की भी हो, इलाज मिलेगा।
पीड़ित या परिवार को बीमा, पैसे या पेपरवर्क की ज़रूरत नहीं – सिर्फ आधार/पहचान पत्र से काम चल जाएगा।
योजना का उद्देश्य:
सड़क हादसों में मृत्युदर को कम करना
समय पर इलाज सुनिश्चित करना
स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटल और सुलभ बनाना
यह योजना भारत के स्वास्थ्य एवं ट्रांसपोर्ट सेक्टर के लिए बड़ा और क्रांतिकारी कदम है। इससे लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती है और सड़क हादसों के बाद इलाज की दौड़-धूप खत्म होगी। अब जरूरी है कि आम नागरिक इस स्कीम की जानकारी रखें और जरूरत पड़ने पर इसका लाभ उठाएं।
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