बलिया में O लेवल के छात्रों का बवाल: प्रैक्टिकल पास कराने के लिए मांगे गए 5-5 हजार, 80% फेल!

Ajay Gupta
Ajay Gupta

बलिया ज़िले में सरकारी योजना के तहत O लेवल कोर्स कर रहे सैकड़ों छात्र-छात्राएं उस समय उबल पड़े जब उनके प्रैक्टिकल एग्जाम में 80% से अधिक को फेल कर दिया गया। इन छात्रों ने ज़िलाधिकारी कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाज़ी की और A.M.S कंप्यूटर इंस्टिट्यूट बेल्थरारोड पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए।

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क्या है मामला?

छात्रों का कहना है कि—

“थ्योरी एग्जाम हमने मेहनत से पास किया। लेकिन जैसे ही प्रैक्टिकल की बारी आई, संस्थान ने कहा — ‘5 हजार दो, तभी पास करेंगे!’ और जिन लोगों ने पैसे नहीं दिए, उन्हें जानबूझकर फेल कर दिया गया।”

इन सभी छात्रों का चयन पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की निःशुल्क O लेवल योजना के तहत हुआ था। यानी सरकार के पैसों से चल रही योजना में ही छात्रों से अवैध वसूली की कोशिश की गई।

छात्रों की मांगें:

पूरे मामले की निष्पक्ष जांच

प्रैक्टिकल कॉपी की री-चेकिंग

दोषी संस्थान पर कड़ी कार्रवाई

छात्रों को न्याय और उचित अंक मिले

कौन है कटघरे में?

A.M.S कंप्यूटर इंस्टिट्यूट, बेल्थरारोड

आरोप है कि यही संस्थान प्रैक्टिकल परीक्षा सेंटर था और यहीं से वसूली की कोशिश हुई।

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डीएम ऑफिस के बाहर छात्रों ने बैनर, पोस्टर, नारेबाज़ी और मीडिया को बयान देकर मामले को सार्वजनिक किया। छात्राओं ने कहा —

“हम गरीब परिवारों से हैं। हमसे रिश्वत कैसे देंगे? सरकार कहती है डिजिटल इंडिया, पर यहां तो डिजिटल लूट मची है।”

जब सरकार की योजनाओं को ज़मीन पर उतारने वाले संस्थान ही बच्चों से वसूली करने लगें, तो सवाल सरकार पर नहीं, सिस्टम पर उठता है। बलिया के छात्रों की आवाज़ आज उन हज़ारों छात्रों की आवाज़ बन चुकी है जो भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़े हैं।

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