जंग के मैदान में पहली बार उतरा तेजस, इंडिया गेट के आसपास सुरक्षा बढ़ाई गई

गौरव त्रिपाठी
गौरव त्रिपाठी

भारत और पाकिस्तान के बीच जारी टकराव के बीच भारतीय वायुसेना के स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस ने पहली बार युद्ध क्षेत्र में एंट्री ली है। तेजस की यह ऐतिहासिक तैनाती न सिर्फ भारत की तकनीकी ताकत को दर्शाती है, बल्कि यह एक सख्त संदेश भी है कि अब देश आत्मनिर्भर रक्षा प्रणाली के साथ मैदान में उतर चुका है।

तेजस: आत्मनिर्भर भारत का उड़ता जवाब

तेजस को पहले केवल परीक्षण और प्रदर्शनों तक सीमित रखा गया था, लेकिन अब पहली बार इसे वास्तविक युद्ध परिस्थितियों में उतारा गया है। सूत्रों के अनुसार तेजस ने राजस्थान और पंजाब बॉर्डर पर दुश्मन के टारगेट्स पर बेहद सटीक हमले किए हैं।

दिल्ली में हाई अलर्ट, इंडिया गेट खाली कराया गया

तेजस की सक्रियता के बीच दिल्ली में भी सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। इंडिया गेट और राजपथ इलाके को एहतियातन खाली कराया जा रहा है, ताकि किसी भी संभावित खतरे से निपटा जा सके।

दिल्ली पुलिस, NSG और सेना के संयुक्त ऑपरेशन के तहत इंडिया गेट के आसपास भारी सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं

तेजस की क्षमताएं:

  • सुपरसोनिक गति और आधुनिक एवियोनिक्स

  • बियॉन्ड विज़ुअल रेंज मिसाइल से लैस

  • नाइट ऑपरेशन कैपेबिलिटी

  • DRDO और HAL द्वारा संयुक्त रूप से विकसित

तेजस की जंग में तैनाती भारतीय सैन्य इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ रही है। यह सिर्फ एक फाइटर जेट नहीं, बल्कि ‘मेड इन इंडिया’ ताकत का उड़ता हुआ एलान है।

Hello UP पर पढ़ते रहिए युद्ध के हर अपडेट — सबसे पहले, सबसे सटीक।

Related posts