ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान की साजिशों पर भारत की बड़ी प्रेस ब्रीफिंग

गौरव त्रिपाठी
गौरव त्रिपाठी

आतंकी हमले के बाद शुरू हुए भारतीय सैन्य अभियान ऑपरेशन सिंदूर पर शुक्रवार शाम 5.30 बजे एक अहम स्पेशल प्रेस ब्रीफिंग हुई। इसमें भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने मीडिया को पाकिस्तान की हरकतों और भारत की जवाबी कार्रवाई की विस्तृत जानकारी दी।

शादी वाले ड्रोन: 500 ड्रोन हमले और भारत की माकूल जवाबी कार्रवाई

पाकिस्तानी घुसपैठ की साजिश

कर्नल सोफिया कुरैशी ने ब्रीफिंग की शुरुआत करते हुए बताया कि:

  • 8-9 मई की रात भारत की वायुसीमा का उल्लंघन कर इंटरनेशनल बॉर्डर पर 36 जगहों पर हमले किए गए।

  • 300-400 ड्रोन और UAV के ज़रिए घुसपैठ की कोशिश की गई।

  • इनमें से कई ड्रोन तुर्की के थे और भारतीय सेना ने इन्हें मार गिराया।

  • पाकिस्तानी हमले में भंठिंडा एयरबेस को निशाना बनाया गया।

भारत की जवाबी कार्रवाई

भारत ने संयम रखते हुए करारा जवाब दिया:

  • भारतीय सेना ने 4 ड्रोन से पाकिस्तानी एंटी-एयर रडार तबाह किए।

  • लाहौर की वायु रक्षा प्रणाली नष्ट की गई।

  • LOC पर भारी गोलीबारी के जवाब में भारतीय तोपखाने ने सटीक हमला किया

  • नियंत्रण रेखा पर मुजफ्फराबाद सेक्टर में भी भारत ने जबरदस्त एक्शन लिया।

पाकिस्तान का दोहरा रवैया

विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा:

“पाकिस्तान ने 7 मई को रात 8:30 बजे मिसाइल और ड्रोन हमला किया, लेकिन एयरस्पेस बंद नहीं किया। नागरिक विमानों को ढाल के रूप में इस्तेमाल किया।”

उन्होंने बताया कि भारत ने नागरिक उड्डयन सुरक्षा को प्राथमिकता दी और संयम से जवाब दिया।

धार्मिक स्थलों पर हमले का सच

विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने पाकिस्तान पर धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए कहा:

“पाकिस्तान पुंछ के गुरुद्वारे पर हमला कर चुका है, जिसमें कुछ सिख श्रद्धालु मारे गए। अब वह ननकाना साहिब पर भारत का नाम लेकर झूठा नैरेटिव गढ़ रहा है।”

भारत के सैन्य ठिकानों पर हमला रोक दिया गया

पाकिस्तान ने इन शहरों पर हमलों की कोशिश की:

श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, चंडीगढ़, भुज, फलोदी, नल, आदि।

लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने हर एक हमले को नाकाम कर दिया

ऑपरेशन सिंदूर अब केवल एक सैन्य जवाब नहीं, बल्कि पाकिस्तान की साजिशों को बेनकाब करने वाला रणनीतिक मिशन बन चुका है। भारत ने न केवल सीमाओं की रक्षा की है, बल्कि वैश्विक स्तर पर अपनी कूटनीतिक स्थिति भी मजबूत की है।

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