
7 मई की मॉक ड्रिल की घोषणा थी, लेकिन भारत ने मंगलवार और बुधवार की रात असल ड्रिल कर डाली। नाम दिया ऑपरेशन सिंदूर, और निशाने पर थे — पाकिस्तान के कब्जे वाले नौ आतंकी ठिकाने। पाकिस्तान सो रहा था, भारत उड़ रहा था।
ऑपरेशन सिंदूर: रजनीकांत से अक्षय तक सितारों ने सेना को किया सलाम
PM मोदी: चुपचाप वार, खुलकर प्रहार
मंगलवार रात पीएम मोदी एक न्यूज चैनल के सम्मेलन में थे। बात हो रही थी विकास, बैंकिंग सुधार और यूके-इंडिया व्यापार समझौते की। किसी को भनक तक नहीं लगी कि भारत अगली सुबह सुर्खियों में छा जाएगा।
न पाकिस्तान का नाम लिया, न धमकी दी — सीधा काम किया।
मॉक ड्रिल के बहाने मिसाइल ड्रिल
भारत सरकार ने पहले ही कहा था कि 7 मई को मॉक ड्रिल होगी। पाकिस्तान ने समझा भारत युद्ध सिखा रहा है, पर असल में भारत युद्ध कर रहा था। पाकिस्तान की सोच थी – “भारत हमला करेगा, पर इतना जल्दी नहीं।” और भारत ने कर दिया।
“सिंधु जल” रोककर भी दिया संकेत — पर पाकिस्तान गाफिल रहा
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने सिंधु जल समझौते पर रोक लगाने का संकेत दिया। ये कूटनीतिक ‘वॉर्निंग शॉट’ था। मगर पाकिस्तान इसे डिप्लोमैटिक ड्रामा समझता रहा — और फिर बूम!
इतिहास दोहराया: बालाकोट जैसा चकमा
2019 बालाकोट स्ट्राइक भी कुछ ऐसी ही थी। 25 फरवरी को पीएम मोदी ने युद्ध स्मारक का उद्घाटन किया, 26 को हमला हो गया।
अब 2025 में फिर वही पैटर्न — साइलेंस + सरप्राइज़ = पाकिस्तान का संपूर्ण सदमा।
पाकिस्तान: “ये तो चीटिंग है!”
सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया कुछ यूँ रही:
“ये मॉक ड्रिल थी या मिसाइल ड्रिल?
मस्त चाय पी रहे थे, और आ गया प्रहाराय सन्निहिता:!”
स्ट्रैटेजी का सिंदूर
पीएम मोदी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि डिप्लोमेसी सिर्फ भाषणों से नहीं, एक्शन से चलती है। पाकिस्तान को फिर चौंकाया गया है — इस बार मॉक ड्रिल की ओट में एयरस्ट्राइक से।
ब्रेकिंग के बाद ब्रेकफास्ट तक नहीं मिला समय!
इस बार पाकिस्तान सिर्फ चौंका नहीं, बल्कि हक्का-बक्का रह गया। PM मोदी की रणनीति ने फिर दिखाया – “ना गला फाड़ो, ना पोस्टर छापो, सीधा करो ‘प्रहाराय सन्निहिता:’!”
अभी कर्नल सोफिया कुरैशी टीवी पर देखीं ना, अब जान लो इस शेरनी को