
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए “ऑपरेशन सिंदूर” को अंजाम दिया है। इस सैन्य ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में कुल 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया है।
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भारत सरकार का आधिकारिक बयान
भारत सरकार के मुताबिक, इस हमले का उद्देश्य उन आतंकी ढांचों को ध्वस्त करना था जहां से भारत में हमलों की साजिशें रची जा रही थीं। सेना के बयान के अनुसार, इन ठिकानों से पहले भी जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियाँ संचालित की जा चुकी थीं। इस बार ऑपरेशन को “सीमित लेकिन निर्णायक” बताया गया है।
पाकिस्तान का दावा और प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ और प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने दावा किया है कि हमला 7 जगहों पर हुआ, जिसमें सिविल आबादी भी प्रभावित हुई। उन्होंने इसे “एक्ट ऑफ वॉर” बताते हुए जवाबी कार्रवाई का संकेत दिया है।
शहबाज़ शरीफ़ ने कहा,
“पाकिस्तान को जवाब देने का पूरा हक़ है और सेना हर नापाक़ मंसूबे को नाकाम करेगी।”
चश्मदीदों की आंखों से हमला
मुज़फ्फराबाद, जो कि POK का हिस्सा है, वहां के नागरिकों ने गहरे धमाकों और अफरा-तफरी का वर्णन किया है।
“हम गहरी नींद में थे, तभी ज़ोरदार धमाके सुनाई दिए, घर हिल गया।”
वैश्विक प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
“यह शर्मनाक है, हम चाहते हैं कि यह जल्द शांत हो।”
वहीं, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है।
भारत की कूटनीतिक तैयारी
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने अमेरिकी समकक्ष और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से फोन पर बातचीत की और भारत की स्थिति स्पष्ट की। भारत ने यह ऑपरेशन आत्मरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के रूप में पेश किया है।
पहलगाम हमला बना ऑपरेशन की वजह
22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन इलाके में पर्यटकों पर हमला हुआ था, जिसमें 26 नागरिक मारे गए। इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों के शामिल होने की पुष्टि हुई थी। भारत ने स्पष्ट किया था कि ‘हमले के दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा।’
युद्ध या कूटनीति?
भारत के इस निर्णायक कदम के बाद सवाल उठ रहे हैं—क्या पाकिस्तान जवाबी कार्रवाई करेगा? क्या नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी और बढ़ेगी? और सबसे बड़ा सवाल—क्या यह एक नए युद्ध का संकेत है या केवल सीमित सैन्य कार्रवाई?
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत का आतंक के खिलाफ अब तक का सबसे स्पष्ट संदेश है। पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और वैश्विक कूटनीति यह तय करेगी कि यह एक सर्जिकल संदेश रहेगा या एक लंबे संघर्ष की शुरुआत।
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