
यूपी की सड़कें तो पहले ही चमक रही थीं, अब योगी सरकार ने तय कर लिया है कि बस अड्डे भी चमकेंगे — वो भी 24×7 कैंटीन, CCTV, अग्निशमन और जनरेटर के साथ! यानी बस पकड़ने गए और एहसास हुआ कि आप किसी मॉल या एयरपोर्ट पर खड़े हैं — ये कमाल होगा “उत्तर प्रदेश बस स्टैंड नीति 2025” का।
‘सबका साथ, सबका वृक्ष’— योगी सरकार का हरियाली संकल्प
क्या है नई नीति का मंतव्य?
योगी सरकार द्वारा लागू की गई “उत्तर प्रदेश स्टेज कैरिज बस स्टैंड, कॉन्ट्रैक्ट कैरिज व ऑल इंडिया टूरिस्ट बस पार्क (स्थापना एवं विनियमन) नीति, 2025” का मकसद है —
यात्रियों को मिलें आधुनिक सुविधाएं
निजी क्षेत्र को आकर्षित कर ढांचे को मजबूत करना
पर्यटन और परिवहन को नई रफ्तार देना
निजी बस अड्डों की ‘फाइव स्टार’ सुविधा लिस्ट
30% क्षेत्र सिर्फ यात्रियों की सुविधा के लिए आरक्षित
पुरुषों, महिलाओं व दिव्यांगजनों के लिए अलग-अलग स्वच्छ शौचालय
24×7 शुद्ध पेयजल
24×7 कैंटीन – भूख लगी? अब चाय से लेकर छाछ तक, सब मिलेगा
पब्लिक एड्रेस सिस्टम – बस आने-जाने की Live commentary
पूरे परिसर में CCTV निगरानी
फुल अग्निशमन इंतजाम
जनरेटर – बिजली गई तो भी सुविधा चालू
टिकट व बुकिंग काउंटर
रोशनी, सफाई और सुरक्षा – तीनों से कोई समझौता नहीं
बस पकड़ो, लेकिन टेंशन नहीं!
अब कोई भी यूपी के निजी बस अड्डे पर रात बिताने से नहीं डरेगा। क्योंकि योगी मॉडल में:
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सुरक्षा गार्ड तैनात होंगे
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नियमित सफाई व्यवस्था
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पर्यटक हो या दैनिक यात्री, सभी को मिलेगा साफ-सुथरा, सुविधा-युक्त माहौल
पर्यटन और परिवहन को मिलेगा ‘टेक-ऑफ’
योगी सरकार का यह विजन केवल परिवहन सुधार नहीं, बल्कि यूपी को एक पर्यटन फ्रेंडली राज्य बनाने की दिशा में बड़ा कदम है। जैसे एयरपोर्ट टूरिज़्म बढ़ाता है, वैसे ही ये निजी बस अड्डे अब बनेंगे पर्यटन के नए गेटवे।
“सिर्फ सफर नहीं, अब सफर में सुकून भी होगा” — यही है यूपी मॉडल 2025 का नया मोटो।