महाराष्ट्र में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों पर सरकार सख्त, लापता की खबरें अफवाह

राघवेन्द्र मिश्रा
राघवेन्द्र मिश्रा

पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार के सख्त रुख के बीच महाराष्ट्र में रह रहे 5,000 से ज्यादा पाकिस्तानी नागरिकों को लेकर हलचल तेज हो गई है। इसी बीच लापता पाक नागरिकों की खबरों पर भी राजनीति गर्मा गई, जिस पर अब राज्य सरकार ने स्थिति साफ कर दी है।

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फडणवीस ने दी सफाई:

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को स्पष्ट किया कि “107 पाकिस्तानी नागरिकों के लापता होने की खबरें महज अफवाह हैं। सभी नागरिकों का संपर्क में आना सुनिश्चित हो चुका है और उन्हें देश छोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।”

उन्होंने दो टूक कहा, “कोई भी पाकिस्तानी नागरिक अब भारत में रहने के योग्य नहीं है, खासकर जिनका वीजा खत्म हो चुका है।”

कहां-कहां हैं सबसे ज्यादा पाक नागरिक?

राज्य के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम के अनुसार, महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में 5,023 पाकिस्तानी नागरिक मौजूद हैं। ज़िलेवार आंकड़े कुछ इस तरह हैं:

  • नागपुर: 2,458

  • ठाणे: 1,106

  • जलगांव: 393

  • पिंपरी-चिंचवड़: 290

  • नवी मुंबई: 239

  • अमरावती: 117

  • पुणे: 114

  • वासिम: 106

  • छत्रपति संभाजीनगर व कोल्हापुर: 58-58

  • मीरा-भाईंदर: 26

  • अकोला: 22

  • अहिल्यानगर व यवतमाल: 14-14

  • रायगढ़ व सोलापुर: 17-17

वीजा स्थिति क्या है?

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  • करीब 1,000 नागरिक अल्पकालिक वीजा पर हैं, जिनमें से कुछ को चिकित्सा कारणों से 2 दिन की मोहलत दी गई है।

  • 4,000 नागरिक दीर्घकालिक वीजा पर रह रहे हैं।

  • इनमें से 1,000 दक्षेस वीजा धारक हैं, जो फिल्म, पत्रकारिता, चिकित्सा या निजी कारणों से आए हैं।

  • कुछ लोग पिछले 8-10 वर्षों से रह रहे हैं, कुछ का भारत में विवाह भी हुआ है और कई ने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन भी कर दिया है।

सुरक्षा को लेकर सरकार सतर्क:

सरकार ने कहा है कि जिनका वीजा खत्म हो चुका है, उन्हें किसी भी हाल में देश में रहने की इजाजत नहीं दी जाएगीसंदिग्ध नागरिकों की गहन जांच और मॉनिटरिंग लगातार जारी है ताकि सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनी रहे।

जहां एक तरफ सरकार विदेशी नागरिकों के प्रति सख्त रवैया अपना रही है, वहीं दूसरी तरफ अफवाहों पर भी त्वरित सफाई देकर स्थिति को स्पष्ट कर रही है। अब देखना यह होगा कि पाकिस्तानी नागरिकों की वापसी की प्रक्रिया कितनी तेजी से और पारदर्शिता से पूरी की जाती है।

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