
भारत और पाकिस्तान के बीच जल संबंधों में एक बार फिर तनाव गहरा गया है। जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर बने सलाल डैम का एक फाटक बंद कर भारत ने पाकिस्तान की ओर जाने वाले पानी के प्रवाह को सीमित कर दिया है।
Mock Drill: क्या स्थानीय प्रशासन तैयार है या फिर फिर से वही “All Is Well”?
यह कदम 1960 की सिंधु जल संधि की वर्तमान स्थिति और भविष्य पर प्रश्न खड़ा करता है, जो सिविल सेवा परीक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण समसामयिक विषय बन जाता है।
सिंधु जल संधि का संक्षिप्त इतिहास
संधि वर्ष: 1960
हस्ताक्षरकर्ता: भारत (प्रधानमंत्री नेहरू) और पाकिस्तान (जनरल अयूब खान)
मध्यस्थता: वर्ल्ड बैंक
जल विभाजन:
पूर्वी नदियां (रावी, ब्यास, सतलुज): भारत को
पश्चिमी नदियां (सिंधु, झेलम, चिनाब): पाकिस्तान को (भारत को सीमित उपयोग की अनुमति)
सलाल डैम विवाद: क्या है मौजूदा स्थिति?
स्थान: रियासी, जम्मू-कश्मीर
निर्माण: NHPC द्वारा
उत्पादन क्षमता: 690 मेगावाट
विवाद: भारत द्वारा एक गेट बंद करने पर पाकिस्तान की चिंता—“जल को रोका जा रहा है।”
सिविल सेवा दृष्टिकोण से मुख्य मुद्दे
1. IR (GS Paper II) – भारत-पाक संबंधों में जल की भूमिका
जल को सॉफ्ट पावर या हथियार के रूप में इस्तेमाल करना
पाकिस्तान की चेतावनी: “ढांचा बनाया तो युद्ध समझेंगे”
2. भूगोल (GS Paper I)
चिनाब नदी की उत्पत्ति, मार्ग, सहायक नदियां
रॉकफिल बांध की संरचना और जलवायु प्रभाव
3. नैतिकता और नीतिशास्त्र
मानवाधिकार बनाम राष्ट्रीय हित
युद्ध की स्थिति में जल संसाधनों की जिम्मेदारी
4. निबंध और वैकल्पिक विषयों में उपयोग
“जल भविष्य का युद्ध है”
“पड़ोसी देशों के साथ भारत की जल कूटनीति”
Prelims Facts:
बिंदु | विवरण |
---|---|
सलाल डैम | चिनाब नदी पर स्थित, NHPC द्वारा निर्मित |
सिंधु जल संधि | 1960 में भारत-पाकिस्तान के बीच, विश्व बैंक की मध्यस्थता |
चिनाब नदी | पश्चिमी नदी, हिमालय से निकलती है, सिंधु में मिलती है |
सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए यह विषय GS, Essay और Optional सभी के लिए बहुपयोगी है। यहां अंतरराष्ट्रीय संबंधों, संसाधन प्रबंधन, जल नीति, और नैतिकता—सभी पहलुओं की अंतःसंबंधता को समझना ज़रूरी है।
सुझाव:
उत्तर लेखन में संदर्भ और विश्लेषण का संतुलन रखें
डायग्राम/मैप का प्रयोग करें (विशेषकर चिनाब नदी का मार्ग)
निबंध में इसे वर्तमान उदाहरण के रूप में शामिल करें
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