मित्रों Dolo 650, “डिज़िटल मिठाई” बन गई, लेकिन जरा बच के वर्ना निकल लोगो

 

आशीष शर्मा ऋषि
आशीष शर्मा {ऋषि भारद्वाज}

 भारत में डॉक्टर की फीस भले 500 रुपये हो, लेकिन डोलो 650 की कीमत सिर्फ ₹2.5 है — और इज्जत? उससे कहीं ज़्यादा।

Dolo 650 अब केवल एक दवा नहीं, एक भरोसा है। एक ऐसा दोस्त जो बुखार में, जुकाम में, सिरदर्द में, दिल टूटने में, और यहाँ तक कि “कल बहुत मीटिंग है” टाइप तनाव में भी काम आता है। डॉक्टर से पहले Dolo, और रिपोर्ट के बाद भी Dolo

सरकारी नौकरी की कर रहे हैं तैयारी? जानिए स्ट्रेस मैनेजमेंट के असरदार तरीके

डोलो नहीं, डेली डोज़

“सुबह की चाय के साथ डोलो,
रात को नींद से पहले डोलो,
अब तो लगता है, कहीं शादी के कार्ड पर न लिखवा दें – ‘Dinner with Dolo 650’।

डोलो 650 आज हर ड्रॉअर, हर बैग और हर दिल में बस चुकी है। किसी को सर दर्द हुआ? “लो डोलो खा लो”। हल्का बुखार? “कुछ नहीं, एक डोलो ले लो”। ब्रेकअप हुआ? “भाई, दो डोलो दे” — emotional pain भी तो pain ही है!

डोलो 650 की ‘सोशल मीडिया’ जर्नी

जब दुनिया लॉकडाउन में बंद थी, डोलो 650 ओपन थी — देश के हर मेडिकल स्टोर पर, और हर WhatsApp ग्रुप में वायरल।

डोलो। डोलो और डोलो

  • “Covid हो या not-so-covid, Dolo 650 सबका बॉस है।”

  • “Vaccination से पहले, Dolo 650। Vaccination के बाद, Dolo 650। बस अब तो बर्थडे पर भी यही दी जाए।”

  • “अगर बॉलीवुड में दवाओं पर बायोपिक बने, तो Dolo 650 को नेशनल अवॉर्ड मिलना चाहिए।”

बदलती राजनीति में भाषा का पतन: अब विरोध दलों का नहीं, दिलों का होने लगा है

Dolo का डोज़ नहीं, इमोशनल कनेक्शन है

ये कोई मामूली दवा नहीं… ये वो चीज़ है जो सास-बहू के रिश्ते से भी ज़्यादा universal है।

  • UPSC Aspirant से लेकर Software Engineer तक

  • Nani से लेकर Zomato Delivery Boy तक

  • सबने Dolo खाई है… और कुछ ने तो शायद “अलमारी में फ्रेम भी करवा रखी हो”

डॉक्टर बोले: “कम खाओ” — जनता बोले: “कम सुनो”

जब डॉक्टर कहते हैं, “इतनी बार मत खाइए”, लोग सुनते हैं, सिर हिलाते हैं… और फिर जाते ही कहते हैं –

“भैया, डोलो दे दो… वो 650 वाली।”
क्योंकि ये दवा नहीं, आदत है। एक Emotional Support Tablet।

अगर भारत की आत्मनिर्भरता का कोई असली प्रतीक है — तो वो डोलो 650 है।
क्योंकि न खांसी पूछती है, न बुखार… सब पूछते हैं —
“Dolo ली?”

हंसी मजाक बहुत हो गया अब थोडा सीरियस हो जाते हैं। कान में तेल डाल के साफ़ कर लो आगे जो बताने वाले हैं उसके लिए कान का साफ़ होना अति अति आवश्यक है।  

दवा राहत दे सकती है, लेकिन लापरवाही में वही दवा ज़हर भी बन सकती है।

कोई भी नया बिजनेस डालने से पहले करें ये 7 ज़रूरी रिसर्च

क्या कहता है WHO और स्वास्थ्य विशेषज्ञ?

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार:

  • पैरासिटामोल का “therapeutic window” बहुत छोटा होता है — यानी लाभ और नुकसान की सीमा बेहद करीब होती है।

  • इसलिए यह दवा जितनी आम है, उतनी ही सावधानी से इस्तेमाल करने योग्य भी है।

डॉक्टर की सलाह क्यों ज़रूरी है?

हर व्यक्ति की शारीरिक स्थिति, वजन, उम्र और अन्य बीमारियाँ अलग होती हैं। इसलिए पैरासिटामोल की खुराक भी वैसी ही होनी चाहिए। डॉक्टर ही यह तय कर सकते हैं कि कौन-सी डोज़ आपके लिए सुरक्षित है।

“Self-medication is not smart — it’s self-harm in disguise.”

कौन लोग रहें विशेष सावधानी में?

  • शराब पीने वाले: यदि आप नियमित रूप से शराब का सेवन करते हैं, तो यह दवा आपकी लिवर पर और अधिक असर डाल सकती है।

  • पहले से लीवर/किडनी रोगी: आपके लिए पैरासिटामोल जानलेवा साबित हो सकती है।

  • बच्चे और बुजुर्ग: कम मेटाबॉलिज्म होने के कारण इनके लिए डोज़ अलग और सावधानीपूर्वक तय होती है।

रॉबर्ट वाड्रा एंड कंपनी स्पेशल एडिशन: ईडी की ‘ज़मीनी मोहब्बत’ वापस ऑन स्क्रीन!

Dolo 650 के संभावित नुकसान (Side Effects of Paracetamol Overuse)

1. लीवर डैमेज (Liver Damage)

  • ओवरडोज से लिवर की कोशिकाएं नष्ट होने लगती हैं

  • गंभीर मामलों में लीवर ट्रांसप्लांट तक की नौबत

2. किडनी पर असर

  • लगातार सेवन से किडनी की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है

  • खासकर डायबिटीज या हाई बीपी वाले रोगियों को अधिक खतरा

3. एलर्जी या रिएक्शन

  • कुछ लोगों में रैश, खुजली, सूजन या सांस लेने में तकलीफ

Dolo 650 क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे होता है?

Dolo 650 दरअसल पैरासिटामोल (Paracetamol) का ब्रांड नाम है। यह एक एनाल्जेसिक (दर्द निवारक) और एंटीपायरेटिक (बुखार कम करने वाली) दवा है।

सामान्यतः उपयोग में आने वाले लक्षण:

  • बुखार

  • सिरदर्द

  • बदन दर्द

  • सर्दी/जुकाम में थकावट

कितनी खुराक है सुरक्षित? (Recommended Dosage of Paracetamol)

एक वयस्क के लिए 24 घंटे में अधिकतम 4000 mg तक पैरासिटामोल सुरक्षित माना जाता है।

डोज़ (mg) अधिकतम टैबलेट/दिन अंतराल
500 mg 8 टैबलेट हर 4-6 घंटे
650 mg 6 टैबलेट हर 4-6 घंटे
1000 mg 4 टैबलेट हर 6 घंटे

कौन लोग रहें ज्यादा सावधान?

  • जिनका लीवर पहले से कमजोर है

  • जो नियमित रूप से शराब का सेवन करते हैं (14 यूनिट/सप्ताह से ज्यादा)

  • जिन्हें किडनी से जुड़ी कोई बीमारी है

डॉक्टर की सलाह क्यों ज़रूरी है?

  • पैरासिटामोल 500 mg, 650 mg और 1000 mg जैसे कई डोज़ में उपलब्ध है।

  • हर व्यक्ति की उम्र, वज़न और मेडिकल हिस्ट्री के हिसाब से डोज़ अलग हो सकती है।

  • इसीलिए, फार्मासिस्ट या खुद से दवा लेने की आदत गलत है।

अमेरिका के प्रसिद्ध गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. पलानीअप्पन मणिकम ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर लिखा –

भारत के लोग Dolo 650 को कैडबरी चॉकलेट की तरह खाते हैं।

इस बयान ने देशभर में एक नई बहस छेड़ दी है।

क्यों है पैरासिटामोल की लापरवाही खतरनाक?

  • ओवरडोज का खतरा: एक दिन में अधिकतम 4000 mg पैरासिटामोल की खुराक ही सुरक्षित मानी जाती है।

  • लीवर डैमेज: ज़्यादा खुराक लीवर की कोशिकाओं को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकती है।

  • किडनी पर असर: लगातार सेवन से किडनी फेलियर तक हो सकता है।

  • शराब के साथ जोखिम: यदि आप शराब का सेवन करते हैं, तो यह जोखिम और बढ़ जाता है।

सही खुराक क्या है?

 

डोज़ अधिकतम गोलियाँ (24 घंटे में) न्यूनतम अंतराल (घंटों में)
500 mg 8 टैबलेट 4 घंटे
650 mg 6 टैबलेट 4 घंटे
1000 mg 4 टैबलेट 6 घंटे

पैरासिटामोल से जुड़े कुछ भ्रम (Myths vs Reality)

 

भ्रम सच्चाई
Dolo 650 सभी दर्द के लिए सेफ है नहीं, हर दर्द के लिए नहीं — सही निदान ज़रूरी है
इसे खाली पेट ले सकते हैं नहीं, खाली पेट लेने से पेट में जलन हो सकती है
जितना तेज़ बुखार, उतनी ज़्यादा डोज़ गलत! ओवरडोज़ जानलेवा हो सकती है

Related posts

Leave a Comment