
“उन गुनहगारों को खोजकर सज़ा दी जाएगी, उनके ठिकाने मिट्टी में मिला दिए जाएंगे” — पीएम मोदी की इस चेतावनी के बाद वैश्विक मंच पर भारत के समर्थन में आवाज़ें तेज़ हो गई हैं। अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, इज़राइल समेत कई देश भारत के साथ खड़े हैं।
UNSC ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की, कहा- आतंकवाद मानवता का दुश्मन है
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 निर्दोष नागरिकों की बर्बर हत्या ने पूरे भारत को झकझोर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कड़ी चेतावनी के साथ अब दुनिया के कई ताकतवर देश भारत के साथ खड़े नज़र आ रहे हैं।
अमेरिका की खुली छूट
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले को “जघन्य” करार देते हुए कहा कि दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने में अमेरिका भारत के साथ है। उन्होंने भारत को “मामला अपने हिसाब से सुलझा लेने” का स्पष्ट संकेत दिया है।
राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड ने भी कहा:
“हम पहलगाम में हुए भीषण इस्लामी आतंकी हमले के मद्देनजर भारत के साथ एकजुटता से खड़े हैं।”
वैश्विक समर्थन
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर ने हमले को “बर्बर” बताते हुए भारत का समर्थन किया। फ्रांस, इज़राइल, मिस्र, जॉर्डन, इटली, जापान, नीदरलैंड्स, और श्रीलंका के राष्ट्राध्यक्षों ने पीएम मोदी से फोन पर बात की और आतंकवाद के खिलाफ भारत का साथ देने की बात दोहराई।संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है।
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भारत की रणनीति को वैश्विक मान्यता
पिछले कुछ वर्षों में भारत की वैश्विक कूटनीति का असर अब रणनीति और प्रतिक्रिया में साफ झलक रहा है। अंतरराष्ट्रीय समर्थन के बीच, अगर भारत सीमा पार आतंकी ठिकानों को निशाना बनाता है, तो वैश्विक मंच से उसे नैतिक और राजनीतिक समर्थन मिलता दिख रहा है।