यूपी के सभी स्कूलों में अब अनिवार्य होगा ‘वंदे मातरम’ का गायन

गौरव त्रिपाठी
गौरव त्रिपाठी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा फैसला लेते हुए घोषणा की है कि अब राज्य के सभी स्कूलों में राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम’ का गायन अनिवार्य होगा। गोरखपुर में ‘एकता यात्रा’ और सामूहिक वंदे मातरम कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने यह संदेश दिया कि — “वंदे मातरम का विरोध सिर्फ अनुचित नहीं, बल्कि देश को बांटने वाली सोच का प्रतीक है।”

“वंदे मातरम का विरोध यानी नया जिन्ना तैयार करना”

अपने तीखे अंदाज़ में योगी बोले — “यह वही लोग हैं जो सरदार पटेल की जयंती में नहीं आते और जिन्ना के कार्यक्रमों में पहुंच जाते हैं।”

उन्होंने कहा, अगर कोई “जिन्ना” बनने की कोशिश करेगा, “तो उसे यहीं जिंदा दफन कर दिया जाएगा।”

यह बयान आते ही सियासी हलकों में भूचाल मच गया — एक ओर समर्थक बोले “देशभक्ति की मिसाल”, तो दूसरी ओर विपक्ष ने इसे “वोटों की वंदना” कहा।

UP के स्कूलों में नई सुबह, नए सुर

अब उत्तर प्रदेश के हर स्कूल और शिक्षण संस्थान में राष्ट्रगीत “वंदे मातरम” गाया जाएगा। सीएम ने कहा कि यह सिर्फ एक गीत नहीं,
बल्कि “राष्ट्रीय एकता का प्रतीक” है। “जाति, भाषा, या क्षेत्र के नाम पर बांटने वाले अब चिन्हित होंगे। भारत में अब कोई नया जिन्ना नहीं उभर पाएगा।”

एकता और राष्ट्रभाव का संदेश

योगी ने बताया कि हाल ही में 30 अक्टूबर को “Run for Unity” का आयोजन हुआ, जो सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती को समर्पित था। भाजपा ने भी देशभर में एकता और अखंडता पर आधारित कार्यक्रम किए।

उन्होंने कहा — “विभाजनकारी विचारों को भारत में जड़ जमाने से पहले ही मिटा देंगे। भारत एक है, और वंदे मातरम इसका आत्मगान है।” “अब बच्चों के दिन की शुरुआत किताबों से पहले वंदे मातरम से होगी, वाह योगी जी!”

योगी आदित्यनाथ का यह कदम एक बार फिर “धर्म और राष्ट्रवाद” की बहस को गर्मा गया है। लेकिन एक बात तय है — अब यूपी के स्कूलों की सुबह ‘वंदे मातरम’ के सुरों से देशभक्ति के रंग में रंगी होगी।

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