रेत के अवैध कारोबार ने सोनभद्र की नदियों को नंगा कर दिया है — और साथ ही प्रशासन की ईमानदारी की पोल भी खोल दी है।हर रात घाटों से निकलते ट्रैक्टरों की घरघराहट अब घाटों की लोरी बन चुकी है, जिसे प्रशासन ने सुनना बंद कर दिया है।अफसर आते हैं, जाते हैं, लेकिन माफिया? वो तो वहीं के वहीं, उसी रफ्तार से रेत की नदियाँ बहाते रहते हैं। अवैध खनन का नया अध्याय — “ट्रैक्टरों की परेड, अफसरों की परहेज़” जुगैल थाना क्षेत्र के कुडारी, चौरा और बिजौरा इलाकों में…
Read More