79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परंपरा निभाते हुए लाल किले से तिरंगा फहराया, देश को संबोधित किया, तब देश के दो बड़े विपक्षी चेहरे – राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे – वहां नदारद थे। और यह मुद्दा अब राजनीतिक बहस का केंद्र बन गया है। कहां गए विपक्ष के नेता? कांग्रेस बोली: बारिश में भीगा देशप्रेम! राहुल गांधी और खड़गे भले ही लाल किले पर नहीं दिखे, लेकिन दिल्ली में ही कांग्रेस मुख्यालय में झंडारोहण कर रहे थे। और जैसे ही झंडा फहराया, बारिश…
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सिंदूर से संसद तक: खडगे गरजे, प्रियंका तड़पीं, शाह ने ठोका जवाब
29 जुलाई 2025 को संसद के दोनों सदनों में हलचल सिर्फ बिलों या नीति पर नहीं थी — जंग और जवाबदेही की मांग जोर पकड़ चुकी थी। 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले और उसके जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की कार्रवाई पर पक्ष-विपक्ष आमने-सामने दिखे। सवाल उठे, आँसू बहाए गए, आंकड़े पेश हुए, और इतिहास से लेकर भूगोल तक खंगाला गया। ऑपरेशन सिंदूर क्या है? सरकार का दावा क्या है? गृह मंत्री अमित शाह ने कहा: 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने निर्दोष पर्यटकों पर हमला किया। हमला…
Read MoreSIR का खड़गे ने फाड़ा पोस्टर, EC ने दिखाया संविधान- क्या अब आराम !
देश की संसद में मानसून का सत्र तो जारी है, लेकिन गर्मी असली SIR (Special Intensive Revision) से पैदा हो रही है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को जैसे ही SIR लिखा पोस्टर फाड़ा, राजनीतिक तापमान और बढ़ गया। “ये वोटबंदी है, नोटबंदी के बाद की अगली स्कीम!” खड़गे ने संसद में SIR को ‘वोटर सफाई अभियान’ बताते हुए कहा: “दलित, आदिवासी, पिछड़े, मुसलमान और ग़रीबों का नाम काटा जा रहा है… और चुनाव आयोग मोदी सरकार का साथ दे रहा है।” उधर, चुनाव आयोग संविधान की धारा 324…
Read Moreधनखड़ बोले पेट खराब है, खड़गे बोले दाल! अब किसकी बात में नमक है?
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर सवाल उठाकर राजनीतिक पारा गर्मा दिया है।खड़गे ने मीडिया के सामने साफ कहा, “सरकार को जनता को बताना चाहिए कि आखिर इस्तीफे के पीछे का असली राज क्या है? हम तो कहेंगे, इसमें कुछ तो गड़बड़ है गोविंद!” इस्तीफा स्वास्थ्य के नाम पर, पर खड़गे को शक़ क्यों? धनखड़ ने अपने इस्तीफे में लिखा कि वो “स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता” देना चाहते हैं।खड़गे को यह तर्क कुछ हज़म नहीं हुआ। उनका दावा है कि “धनखड़ साहब…
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