पाकिस्तान ने भारतीय एयरलाइनों के लिए बंद किया एयरस्पेस, जानिए कितना होगा इसका असर

सैफी हुसैन
सैफी हुसैन

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है। यह निर्णय गुरुवार शाम 6 बजे से प्रभावी हुआ, जिसके बाद किसी भी भारतीय विमान को पाकिस्तान के ऊपर से उड़ान भरने की अनुमति नहीं है।

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एयरस्पेस बंद होते ही हवाई जहाजों में मची खलबली

जब पाकिस्तान की ओर से यह घोषणा की गई, उस समय भारतीय विमान कंपनियों के कई जहाज हवा में थे और कुछ पाकिस्तानी एयरस्पेस से गुजरने वाले थे। एयरलाइंस कंपनियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए इन विमानों को डायवर्ट किया और भारत वापस लाया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया,

“सबसे पहले हमारी प्राथमिकता थी कि सभी विमान सुरक्षित लैंड करें, फिर अगली रणनीति तय की गई।”

किन रूट्स और एयरपोर्ट्स पर सबसे ज्यादा असर?

  • दिल्ली से यूरोप, मिडिल ईस्ट, यूके और नॉर्थ अमेरिका जाने वाली फ्लाइट्स अब सीधा रास्ता नहीं ले पाएंगी।

  • अमृतसर और लखनऊ जैसे उत्तर भारत के एयरपोर्ट्स भी प्रभावित होंगे।

  • मुंबई से उड़ान भरने वाली फ्लाइट्स पर अपेक्षाकृत कम असर पड़ेगा, क्योंकि वे पहले से ही पाकिस्तान से दूर होकर उड़ती हैं।

एविएशन एक्सपर्ट राज नवानी के मुताबिक,

“अब दिल्ली से उड़ान भरने वाले विमानों को अहमदाबाद की ओर डिटूर लेना होगा ताकि वे पाकिस्तान के एयरस्पेस से बच सकें।”

उड़ानों का समय बढ़ेगा, ईंधन खर्च भी

पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र से न गुजर पाने की वजह से उड़ानों को लंबा रूट लेना होगा। इसका मतलब है:

उड़ान की अवधि में वृद्धि

ज़्यादा ईंधन की खपत

ऑपरेशनल खर्च में इज़ाफा

यह बदलाव खासकर यूरोप और अमेरिका जाने वाली फ्लाइट्स को प्रभावित करेगा।

टिकट महंगे होने की आशंका

जैसे-जैसे एयरलाइनों का खर्च बढ़ेगा, वैसे-वैसे ये बोझ यात्रियों पर डाला जा सकता है। यानि टिकट की कीमतों में इज़ाफ़ा लगभग तय है।
खासतौर पर इकॉनोमी क्लास के यात्रियों को यह जेब पर भारी पड़ सकता है।

पहले भी हुआ है ऐसा

भारत ने बालाकोट में एयरस्ट्राइक की थी, तब भी पाकिस्तान ने फरवरी से जुलाई तक अपने एयरस्पेस को भारतीय विमानों के लिए बंद कर दिया था। उस समय एयर इंडिया को लगभग 491 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।

विकल्प क्या हैं एयरलाइनों के पास?

  1. डिटूर फ्लाइट्स: लंबा रूट लेकर उड़ान भरना

  2. फ्लाइट्स रद्द करना: कम लाभ वाले रूट्स पर

  3. फ्रिक्वेंसी घटाना: यात्रियों की संख्या के हिसाब से

  4. कोड शेयरिंग और हब शिफ्टिंग: खाड़ी देशों की एयरलाइनों के साथ समन्वय

यात्रियों को क्या करना चाहिए?

  • बुकिंग से पहले अपडेट चेक करें

  • फ्लाइट डिले और रद्द होने की स्थिति में रिफंड पॉलिसी समझें

  • ट्रैवल इंश्योरेंस ज़रूर लें

  • ट्रांजिट टाइम और कनेक्शन फ्लाइट्स पर ध्यान दें

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पाकिस्तान द्वारा एयरस्पेस बंद करना सिर्फ एक जवाबी कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत-पाक रिश्तों में बढ़ते तनाव की प्रतीक है। लेकिन इस लड़ाई का सबसे तात्कालिक और व्यावहारिक असर आम यात्रियों और एयरलाइनों पर ही पड़ेगा।

अगर तनाव लंबे समय तक जारी रहा, तो एयरलाइन इंडस्ट्री को और यात्रियों को दोनों को भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।

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