पहलगाम हमला : हम बताते हैं बैसरन घाटी में सुरक्षाकर्मी तैनात क्यों नहीं थे?

Vijay Chaurasiya
Vijay Chaurasiya

पहलगाम के पास बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। लेकिन इस घटना से भी बड़ा सवाल उठता है — घटना वाले स्थान पर सुरक्षाबलों की तैनाती क्यों नहीं थी?

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अमरनाथ यात्रा से पहले नहीं होती तैनाती

सरकारी सूत्रों ने बताया कि:

  • यह इलाका हर साल अमरनाथ यात्रा के दौरान जून महीने में खोला जाता है।

  • अमरनाथ यात्रा मार्ग पर यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था के तहत यह स्थान उपयोग में लाया जाता है।

  • 20 अप्रैल से पहले तक इस रूट पर पर्यटकों के लिए कोई अनुमति नहीं थी।

टूर ऑपरेटर्स ने सरकार को नहीं दी सूचना

सरकारी अधिकारियों का कहना है कि:

  • स्थानीय टूर ऑपरेटर्स ने सरकार या प्रशासन को सूचना दिए बिना ही बैसरन घाटी में पर्यटक लाना शुरू कर दिया।

  • 20 अप्रैल से टूर शुरू हुए, लेकिन स्थानीय प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी।

  • सुरक्षाबल केवल जून में तैनात किए जाते हैं, जब अमरनाथ यात्रा औपचारिक रूप से शुरू होती है।

प्रशासनिक लापरवाही या नियामक खामी?

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इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि:

  • स्थानीय ऑपरेटर्स के लिए कोई रियल टाइम निगरानी तंत्र मौजूद नहीं है।

  • प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय की गंभीर कमी रही।

  • पूर्व-तैयारी और इंटेलिजेंस फॉलोअप की चूक इस त्रासदी की एक बड़ी वजह मानी जा रही है।

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