ओवैसी बोले: ‘शांति तब तक संभव नहीं, जब तक पाक आतंक की ज़मीन है’

साक्षी चतुर्वेदी
साक्षी चतुर्वेदी

भारत और पाकिस्तान के बीच हुए ताज़ा सीज़फायर पर AIMIM प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जब तक पाकिस्तान अपनी ज़मीन का इस्तेमाल भारत के ख़िलाफ़ आतंकवाद के लिए करता रहेगा, तब तक स्थायी शांति सिर्फ़ एक सपना बनी रहेगी।

“5 baje Ceasefire, 9 baje Firefire! Vikram Misri का गुस्सा: Enough is Enough!”

ओवैसी ने शनिवार रात अपने एक्स अकाउंट पर लिखा:

“Ceasefire हो या ना हो, हमें पहलगाम हमले के दोषियों का पीछा नहीं छोड़ना चाहिए। जब-जब बाहरी हमला हुआ है, मैंने सरकार और सेना का साथ दिया है। यह समर्थन हमेशा रहेगा।”

सेना के समर्थन में खड़े ओवैसी

ओवैसी ने न केवल भारतीय सेना के पराक्रम की सराहना की, बल्कि इस संघर्ष में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि भी दी। उन्होंने कहा कि भारत को आंतरिक रूप से एकजुट रहना चाहिए, चाहे हालात कुछ भी हों।

ट्रंप क्यों बना सीज़फायर का सूत्रधार?

इस बीच, ओवैसी ने इस बात पर भी सवाल उठाया कि भारत-पाक सीज़फायर की घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान के बाद क्यों हुई

“हमारी विदेश नीति इतनी पारदर्शी होनी चाहिए कि कोई और हमारी संप्रभुता का प्रवक्ता न बने,” उन्होंने लिखा।

“सीज़फायर की घोषणा या ट्रेलर लॉन्च?”

राजनीतिक विश्लेषक इसे भारत की ‘कूटनीतिक मजबूरी’ या पाकिस्तान की ‘फेस सेविंग’ कह सकते हैं, लेकिन ओवैसी का बयान इस सीज़फायर पर कटाक्ष जैसा लगता है —
“क्या ये शांति समझौता है या कोई अंतरराष्ट्रीय ट्रेलर लॉन्च, जहां ट्रंप पहले ट्वीट करते हैं और हम बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस?”

ओवैसी का बयान इस बात का संकेत है कि भारत में राजनीतिक सहमति तो है जब बात राष्ट्रीय सुरक्षा की हो, लेकिन पाकिस्तान पर भरोसा अभी भी भारी रिस्क जैसा ही है।
भारत सरकार के लिए चुनौती यही है कि वह शांति की ओर कदम बढ़ाए, लेकिन जवाबदेही और सख्ती के बिना नहीं।

पाक ने फिर तोड़ा वादा, भारत सख्त – J&K सरकार ने मुआवज़े का किया ऐलान

Related posts