
पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायुसेना की गरजती हुई राफेल जेट्स ने गगन चीर दिया। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पीओके में मौजूद आतंक के अड्डों को ऐसा सबक सिखाया, जिसकी गूंज न्यूयॉर्क से इस्लामाबाद तक सुनाई दी।
सिंदूर नहीं, ये सर्जिकल स्ट्राइक की लिपस्टिक थी
सूत्रों के मुताबिक इस स्ट्राइक में राफेल जेट्स से लॉन्च हुई स्कैल्प क्रूज मिसाइल और हैमर (HAMMER) मिसाइल ने आतंकियों को छुपने तक का मौका नहीं दिया।
स्कैल्प क्रूज मिसाइल: दुश्मन को सोते-जगते नहीं छोड़ती
फ्रांसीसी-ब्रिटिश तकनीक से बनी
रेंज: 250-560 किलोमीटर
कम दृश्यता, उच्च सटीकता
राफेल जेट्स का घातक साथी
स्कैल्प मिसाइल को ‘साइलेंट किलर’ कहा जाता है – उड़ान भरती है बिना आवाज़ के, और गिरती है आतंक के दिल पर।
HAMMER: जब बम खुद रास्ता तलाशे
HAMMER यानी Highly Agile Modular Munition Extended Range –
फ्रांस की कंपनी Safran द्वारा विकसित
मध्यम दूरी की सटीक मिसाइल प्रणाली
सामान्य बम को बनाता है ‘स्मार्ट मिसाइल’
यह मिसाइल ‘ग्लाइड’ करती है और जीपीएस से लक्ष्य को खोजती है, जैसे शिकारी अपने शिकार को।
ब्रह्मोस: गरज कर बरसने वाला भारतीय ब्रांड
भारतीय सेना ने पाकिस्तान की जमीन पर तड़का भी ब्रह्मोस से ही लगाया।
रेंज: 300+ किमी
आवाज़: मच 2.8 (यानी ध्वनि से तीन गुना तेज़)
दुश्मन के पास कोई जवाब नहीं
मुजफ्फराबाद, गूंज – पूरी दुनिया में
जैसे ही राफेल जेट्स ने स्कैल्प और ब्रह्मोस छोड़ी, मुजफ्फराबाद में जोरदार धमाकों से बिजली गुल हो गई। लेकिन यह कोई ‘ब्लैकआउट’ नहीं, बल्कि आतंक की रूह कांपने का असर था।
भारतीय सेना ने स्पष्ट किया –
“ये हमला केवल आतंकियों पर केंद्रित था, आम नागरिकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।”
जब शांति की भाषा नहीं समझी जाती, तो सिंदूर में शक्ति उतरती है
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत का केवल एक सैन्य अभियान नहीं था – यह संदेश था कि “नवभारत अब आतंक को बर्दाश्त नहीं करता, उसे खत्म करता है।”
मिला सीधा जवाब – आतंक को पनाह दोगे तो राख बनाओगे
भारत की रणनीति अब बदल चुकी है – चुपचाप घुसना, सटीक वार करना, और गरिमा के साथ लौट आना। बिना शोर, बिना राजनीति – सिर्फ राष्ट्रहित!
ऑपरेशन सिंदूर पर इसराइल का समर्थन- भारत के आत्मरक्षा के अधिकार के साथ हैं