अब मेरे पति को शांति मिलेगी – ऑपरेशन सिंदूर पर बोलीं शहीद शुभम की पत्नी

अजमल शाह
अजमल शाह

22 अप्रैल 2025, एक तारीख जो कानपुर की ऐशान्या द्विवेदी के जीवन को हमेशा के लिए बदल गई। पहलगाम के बैसरन में हुए आतंकी हमले में उनके पति शुभम द्विवेदी की आतंकियों ने निर्ममता से हत्या कर दी। आज, जब भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंक के अड्डों को जमींदोज कर दिया, तो ऐशान्या की आंखों से आंसू छलक पड़े – लेकिन इस बार दुख के नहीं, संतोष के आंसू

ऑपरेशन सिंदूर: राफेल, स्कैल्प और ब्रह्मोस ने पाकिस्तान के आतंकी सपनों को राख में बदल दिया

“प्रधानमंत्री मोदी और हमारी सेना ने न्याय दिलाया है”

ऐशान्या ने कहा – “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सेना प्रमुख, वायुसेना और समस्त सशस्त्र बलों का धन्यवाद करना चाहती हूं। उन्होंने आतंकवादियों को ऐसा जवाब दिया है, जिसे वो कल्पना में भी नहीं सोच सकते थे।”

उनके मुताबिक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ न केवल आतंकवादियों पर सटीक हमला था, बल्कि यह पीड़ित परिवारों के लिए न्याय का एहसास था।

“मोदी जी ने कहा था – पृथ्वी के आखिरी छोर तक जाएंगे, उन्होंने करके दिखाया”

प्रधानमंत्री मोदी का यह वादा कि “आतंकियों को उनकी कल्पना से परे सज़ा दी जाएगी”, अब हकीकत बन चुका है। ऐशान्या ने कहा:

“यह हमला सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं था, यह संदेश था कि भारत अब चुप नहीं रहेगा।”

“सिंदूर” नाम का मतलब सिर्फ सजना नहीं, अब ये बदले का प्रतीक है

ऐशान्या ने भारतीय सेना के इस जवाबी हमले को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिए जाने पर भी गहरा भाव व्यक्त किया।

“ये नाम दिखाता है कि सरकार हमारे दर्द को समझती है। यह सिर्फ ऑपरेशन नहीं, मेरे पति के नाम की असली श्रद्धांजलि है।”

ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के ठिकानों पर भयंकर प्रहार

भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके में मौजूद लश्कर-ए-तोएबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों के 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया। इस हमले में राफेल जेट्स, स्कैल्प और ब्रह्मोस जैसी मिसाइलों का उपयोग हुआ।

न्याय मिला, शांति मिली – लेकिन दर्द रह गया

ऐशान्या ने कहा –

“मैं कभी अपने पति को नहीं भूल पाऊंगी, लेकिन आज उन्हें न्याय मिला है। मुझे यकीन है कि जहां भी होंगे, अब उन्हें शांति मिल रही होगी।”

हर शहीद की कहानी को सेना ने जवाब बना दिया है

‘ऑपरेशन सिंदूर’ महज़ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि यह हर उस आंसू का जवाब है जो आतंकवाद की वजह से बहा। यह हर उस भरोसे की जीत है जो जनता ने अपने प्रधानमंत्री और सेना पर जताया।

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