देश मना रहा जश्न, लेकिन बादल और बाढ़ ने कुछ हिस्सों में बढ़ाया मातम

Ajay Gupta
Ajay Gupta

कश्मीर से कन्याकुमारी और मुंबई से शिलॉंग तक भारत 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। दिल्ली के लाल किले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तिरंगा फहराया और देश को संबोधित किया। समारोह में करीब 5000 मेहमान मौजूद रहे।

लेकिन दूसरी ओर, प्रकृति ने कई राज्यों में तबाही मचा दी। कहीं बारिश, कहीं बाढ़, तो कहीं बादल फटने से मातम पसरा है।

किश्तवाड़ में तबाही: बादल फटा, 46 की मौत, 70 घायल

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चशोती गांव में 15 अगस्त की सुबह बादल फटने की भीषण घटना हुई।
अब तक 46 शव बरामद किए जा चुके हैं, जिनमें CISF के 2 जवान भी शामिल हैं। 70 से अधिक लोग घायल हैं और राहत-बचाव कार्य ज़ोरों पर है।

PM मोदी ने ली जानकारी

प्रधानमंत्री मोदी ने किश्तवाड़ हादसे पर चिंता जताई और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री से बात कर राहत-बचाव कार्यों की जानकारी ली।

“NDRF की टीम मौके पर है लेकिन संसाधनों की कमी है। एक जेसीबी से काम किया जा रहा है। 100-200 लोग अभी भी दबे हो सकते हैं।”
— NDRF अधिकारी

शिमला, उत्तरकाशी में भी कहर, दिल्ली-NCR में पेड़ गिरने से मौत

  • उत्तराखंड के उत्तरकाशी और हिमाचल के शिमला में भी बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है।

  • दिल्ली के कालकाजी इलाके में एक पेड़ गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, एक घायल।

  • दिल्ली-NCR में लगातार हो रही बारिश से जलजमाव और ट्रैफिक की समस्या बनी हुई है।

दिल्ली में सुरक्षा कड़ी, लेकिन बारिश ने बढ़ाई चिंता

  • लाल किले और आसपास के इलाकों में 10,000 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात

  • ड्रोन-रोधी सिस्टम और स्नाइपर्स की निगरानी

  • लेकिन मौसम विभाग की चेतावनी से आयोजकों की चिंता बढ़ी

अपडेट्स में क्या-क्या हुआ?

समय अपडेट
07:18 जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
07:33 लाल किले पर समारोह शुरू, पीएम का भाषण
09:35 किश्तवाड़ में राहत-बचाव शुरू, 100-200 लोग दबे होने की आशंका
11:35 PM मोदी ने जम्मू-कश्मीर CM से बात की
13:02 दिल्ली सरकार का ऐलान: ₹5 में मिलेगा भरपेट खाना

दुनिया की नजर क्यों?

  • भारत इस समय ट्रंप-पुतिन वार्ता, टैरिफ विवाद और यूक्रेन युद्ध के मोड़ पर खड़ा है।

  • अगर यह प्राकृतिक आपदाएं और राजनीतिक अनिश्चितता एक साथ बढ़ती रहीं, तो आर्थिक दबाव और विदेश नीति पर असर तय है।

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