
बुधवार को समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रेस वार्ता में ऐसा डिजिटल बम फोड़ा कि फेसबुक का सर्वर भी शरमा जाए! उन्होंने आरोप लगाया कि उनका Facebook अकाउंट बिना किसी “अब्यूज कंटेंट” के बैन कर दिया गया।
“मैंने ऐसा कुछ पोस्ट नहीं किया, लेकिन BJP वालों के पास AI है… अब वो AI से क्या-क्या करवा रहे हैं, भगवान जाने!”
यानि अब राजनीति Artificial Intelligence से लड़ी जा रही है, और विपक्ष Actual Intelligence से जवाब दे रहा है।
“प्रीपेड मीटर से सरकार अपनी जेब फुल कर रही है”
अखिलेश यादव ने बिजली विभाग पर भी कसा तंज और कहा कि सरकार को सिलेंडर देना याद नहीं, लेकिन प्रीपेड मीटर लगाना याद है।
“सरकार ने प्रीपेड मीटर लगवाकर लोगों की जेब नहीं, अपनी जेब भरने का इंतजाम किया है।”
यानि अब बिजली से पहले बैलेंस रिचार्ज ज़रूरी है!
“कृषि मंत्री को नहीं पता खाद कहां से आती है!”
किसानों की बात करते हुए अखिलेश बोले:
“सरकार जल्दी कहेगी कि खाद भी राष्ट्रीय आपदा है! कृषि मंत्री को यही नहीं पता कि खाद आती कहां से है।”
उनका इशारा साफ था—खेती हो या ख्याली पुलाव, सरकार हर जगह ‘ऑर्गेनिक’ ढंग से फेल हो रही है।
“ऑपरेशन नहीं होना फिर भी OT में पहुंच जा रहे हैं!”
सरकारी अस्पतालों पर चुटकी लेते हुए अखिलेश बोले:
“जिसका ऑपरेशन नहीं होना, वो भी ऑपरेशन थिएटर में पहुंच जा रहा है। हमारे वरिष्ठ नेता को प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट करना पड़ा।”
संदेश साफ था—सरकारी इलाज से बचो, नहीं तो ‘आपरेशन’ के साथ-साथ सब्र का भी हो जाएगा पोस्टमार्टम।

“पुलिस देखकर बच्चा काली नदी में कूद गया”
यूपी की कानून-व्यवस्था पर बोलते हुए उन्होंने कन्नौज की घटना का जिक्र किया, जहां एक छात्र पुलिस के डर से नदी में कूद गया।
“पुलिस सुरक्षा देने के लिए है या जान लेने के लिए?”
यह सवाल पुलिसिया इमेज मैनेजमेंट पर भी भारी पड़ गया।
“हमारे नेता बाहर आए हैं, उन्हें सुरक्षा मिलनी ही चाहिए”
हाल ही में जमानत पर छूटे आजम खान की सुरक्षा पर बोलते हुए अखिलेश बोले:
“उन्हें सुरक्षा मिलनी चाहिए। ये सरकार का फर्ज है।”
वैसे आज़म खान खुद ही अपनी सुरक्षा को लेकर सवाल उठा चुके हैं। लगता है अब सपा नेताओं को ‘Z’ नहीं, Zero-Tension सुरक्षा चाहिए।
बिहार बुलाएगा तो चलेंगे!
अखिलेश यादव ने संकेत दिए कि अगर बुलाया गया तो वो बिहार चुनाव में भी कूद सकते हैं। मतलब अब UP से सीधे Patna यात्रा, टिकट कट चुका है, बस सीट कन्फर्म होनी बाकी है।
“अगर राजनीति में आना है, तो फेसबुक पास होना चाहिए — वरना सरकार तुम्हारी पोस्ट डिलीट कर देगी!”