अखिलेश का 52वां जन्मदिन: जानिए यूपी के सबसे युवा मुख्यमंत्री की कहानी

गौरव त्रिपाठी
गौरव त्रिपाठी

अखिलेश यादव का जन्म 1 जुलाई 1973 को उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के सैफई गांव में हुआ। वे समाजवादी पार्टी के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के पुत्र हैं।
शिक्षा की शुरुआत इटावा के सेंट मैरी स्कूल से हुई। इसके बाद उन्होंने ढोलपुर मिलिट्री स्कूल, राजस्थान में पढ़ाई की और फिर ऑस्ट्रेलिया जाकर पर्यावरण इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर डिग्री हासिल की।

परिवार के साथ राजनीतिक संतुलन

अखिलेश यादव ने 24 नवंबर 1999 को डिंपल यादव से विवाह किया, जो अब खुद एक सांसद हैं। उनके तीन बच्चे हैं — एक बेटा और दो बेटियां। वे राजनीति और पारिवारिक जीवन दोनों को संतुलित तरीके से निभाने वाले नेताओं में गिने जाते हैं।

राजनीतिक शुरुआत: कन्नौज से संसद तक

वर्ष 2000 में अखिलेश ने कन्नौज उपचुनाव जीतकर 13वीं लोकसभा में प्रवेश किया। इसके बाद 2004 और 2009 में दोबारा लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे।
उनका प्रारंभिक कार्यकाल विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, शहरी विकास व सांसदों के लिए सुविधाएं जैसी समितियों में सक्रिय रहा।

मुख्यमंत्री बनने तक का सफर

साल 2012 अखिलेश यादव के लिए मील का पत्थर साबित हुआ, जब वे 38 साल की उम्र में उत्तर प्रदेश के सबसे युवा मुख्यमंत्री बने।
इससे पहले उन्होंने 15वीं लोकसभा से इस्तीफा देकर विधान परिषद का सदस्य बनना स्वीकार किया।

सपा की रीब्रांडिंग और चुनावी रणनीति

अखिलेश ने समाजवादी पार्टी की छवि को बदलने की ठानी। उन्होंने तकनीक और सोशल मीडिया को अपनाया, युवाओं को जोड़ा और पार्टी की सोच को ‘आधुनिक समाजवाद’ की दिशा में मोड़ा।
2012 चुनावों में उनकी “साइकिल यात्राएं”, सोशल कैम्पेन और युवाओं से जुड़ाव ने उन्हें लोकप्रिय बनाया।

गठबंधन और संघर्ष: 2017 से 2022 तक की राह

2017 में उन्होंने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया, लेकिन यह रणनीति कारगर साबित नहीं हुई और भाजपा को भारी जीत मिली।
2019 में उन्होंने आजमगढ़ से लोकसभा चुनाव जीता, और 2022 में करहल से विधायक बने, मगर विपक्ष में बैठना पड़ा।

किसानों और ग्रामीण विकास पर फोकस

अखिलेश यादव के कार्यकाल की सबसे बड़ी खासियत रही ग्रामीण जीवन, किसान कल्याण और सामाजिक योजनाओं पर जोर।
लैपटॉप योजना, एंबुलेंस सेवा, एक्सप्रेसवे और शिक्षा में निवेश जैसे कई काम उनके कार्यकाल की पहचान बने।

संपत्ति और पारदर्शिता

अखिलेश यादव की कुल संपत्ति ₹42.03 करोड़ है, जबकि ₹99.86 लाख की देनदारी है।
उनकी पारदर्शिता और चुनाव आयोग में दर्ज संपत्ति का ब्यौरा बताता है कि वे राजनीति में साफ-सुथरी छवि बनाए रखने वाले नेताओं में से हैं।

जन्मदिन पर संदेशों की बौछार

52वें जन्मदिन पर उन्हें कई बड़े नेताओं ने शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, ओपी राजभर और अन्य नेताओं ने सोशल मीडिया पर शुभकामनाएं दीं, जिनका अखिलेश ने शालीनता से उत्तर भी दिया।

अखिलेश अब भी ‘राजनीति के ट्रैक’ पर तेजी से दौड़ रहे हैं

आज भी अखिलेश यादव यूपी की राजनीति के सबसे चर्चित, परिपक्व और युवा सोच वाले नेताओं में से एक हैं।
उनका नेतृत्व, सोशल मीडिया पर पकड़, और जनता से जुड़ाव 2027 के चुनावों में एक बार फिर ‘साइकिल’ को पिच पर लाने की तैयारी में है।

प्रोफाइल:

विवरण जानकारी
जन्म 1 जुलाई 1973, सैफई (इटावा)
उम्र 52 वर्ष
पत्नी डिंपल यादव
बच्चे 3 (1 बेटा, 2 बेटियाँ)
शिक्षा पोस्ट ग्रेजुएट (पर्यावरण इंजीनियरिंग, ऑस्ट्रेलिया)
पहली बार सांसद 2000 (कन्नौज से)
मुख्यमंत्री कार्यकाल 2012-2017
वर्तमान पद कन्नौज से सांसद (2024 से)
पार्टी समाजवादी पार्टी

 

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