
मणिपुर के संवेदनशील चुराचांदपुर ज़िले में सोमवार दोपहर लगभग 2 बजे मोंगजांग गांव के पास अज्ञात बंदूकधारियों ने एक चलती कार पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। यह स्थान चुराचांदपुर शहर से लगभग 7 किलोमीटर दूर है।
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मारे गए लोगों की पहचान
इस हमले में चार लोगों की मौत हुई, जिनमें तीन कुकी नेशनल आर्मी (KNA) से जुड़े सदस्य थे—इनमें से एक कमांडर थापी हाओकिप भी शामिल हैं।
चौथी मृतका एक 60 वर्षीय महिला हैं, जो कथित तौर पर गोलीबारी के बीच फँस गईं।
जिम्मेदारी और संगठनों का नाम
हमले की ज़िम्मेदारी एक चरमपंथी संगठन UKNA (United Kuki National Army) ने ली है। UKNA ने स्थानीय मीडिया के जरिए बयान जारी किया, जबकि मारे गए तीनों व्यक्ति एक अलग संगठन KNA (Kuki National Army) से संबंधित थे, जो भारत सरकार के साथ Suspension of Operation (SoO) समझौते में शामिल है।
UKNA ने ऐसा कोई समझौता नहीं किया है और माना जा रहा है कि यह आपसी वर्चस्व और गुटीय संघर्ष का हिस्सा है।
पुलिस कार्रवाई और सुरक्षा व्यवस्था
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12 से अधिक कारतूस घटनास्थल से बरामद किए गए।
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चुराचांदपुर ज़िले में अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है।
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इलाके में सर्च ऑपरेशन और नाकाबंदी की जा रही है।
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राज्य और केंद्र सरकार को चरमपंथी संगठनों की मॉनिटरिंग बढ़ाने की ज़रूरत फिर से महसूस की जा रही है।
मणिपुर में कुकी संगठनों की स्थिति
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मणिपुर के ज़्यादातर कुकी उग्रवादी संगठन भारत सरकार के साथ SoO समझौते के तहत हैं।
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लेकिन UKNA अब भी समझौते से बाहर है और सशस्त्र गतिविधियों में लिप्त है।
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यह हमला इसी स्थिति का परिणाम माना जा रहा है, जो आने वाले दिनों में मणिपुर की आंतरिक सुरक्षा चुनौती को और बढ़ा सकता है।
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