
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के संगठनात्मक चुनावों ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। इस बार चर्चा में है तेलंगाना, जहां पार्टी ने नए प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर एन. रामचंद्र राव को चुनने का मन बना लिया है।
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नामांकन में अकेले थे रामचंद्र राव, चुनाव अब सिर्फ औपचारिकता!
भाजपा ने रविवार को प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए अधिसूचना जारी की थी। तय समय सोमवार शाम 4 बजे तक सिर्फ एन. रामचंद्र राव ने ही नामांकन दाखिल किया। नामांकन वापसी का समय शाम 5 बजे तक था, लेकिन कोई दूसरा उम्मीदवार सामने नहीं आया। ऐसे में उनकी ताजपोशी अब महज औपचारिकता भर रह गई है।
एन. रामचंद्र राव? जानिए उनका राजनीतिक सफर
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उम्र: 66 साल
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पेशा: वकील
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संगठन: आरएसएस से गहरा जुड़ाव
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छात्र राजनीति: ABVP के छात्र नेता रहे
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अनुभव: विधान परिषद सदस्य, सदस्यता अभियान प्रभारी, अविभाजित आंध्र प्रदेश में प्रदेश महासचिव और मुख्य प्रवक्ता
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समुदाय: ब्राह्मण वर्ग से आते हैं
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नया पद: जी. किशन रेड्डी की जगह लेंगे
एन. रामचंद्र राव का संगठन में लंबा अनुभव है, साथ ही राज्य में उनकी जमीनी पकड़ मजबूत मानी जाती है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में भी एक कदम आगे
तेलंगाना में नया अध्यक्ष मिलने के बाद भाजपा के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया भी रफ्तार पकड़ेगी। जेपी नड्डा का कार्यकाल अगस्त तक है, और पार्टी अब उनके विकल्प की तलाश में है। यूपी और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में अध्यक्ष नियुक्ति के बाद ही राष्ट्रीय स्तर पर निर्णय संभव होगा।
क्यों खास है ये नियुक्ति?
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तेलंगाना में पार्टी को नई ऊर्जा मिलने की उम्मीद
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संगठनात्मक मजबूती के लिए अनुभवी नेता का चयन
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दक्षिण भारत में BJP की स्थिति मजबूत करने की रणनीति
अगर आप भाजपा की आंतरिक राजनीति और संगठनात्मक ढांचे में दिलचस्पी रखते हैं, तो एन. रामचंद्र राव की ये नियुक्ति एक बड़ा संकेत है कि पार्टी किस ओर बढ़ रही है।