
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खान की तबीयत इन दिनों नासाज चल रही है। सीतापुर जिला कारागार में बंद आजम खान से मिलने शनिवार को उनके बेटे अब्दुल्ला आजम पहुंचे। साथ थे यूसुफ मलिक और अनवार हुसैन। हालांकि इस मुलाकात में कोई भी समाजवादी पार्टी का वरिष्ठ नेता मौजूद नहीं था — जो कहीं न कहीं एक सियासी संकेत भी दे रहा है।
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पिता से दूसरी मुलाकात, लेकिन मीडिया से दूरी
हरदोई जेल से छूटने के बाद यह अब्दुल्ला की अपने पिता से दूसरी मुलाकात थी। पहली बार की तरह ही, इस बार भी उन्होंने मीडिया से दूरी बनाए रखी। जब पत्रकारों ने जमानत और स्वास्थ्य से जुड़े सवाल किए, अब्दुल्ला ने केवल इतना कहा कि “पिता की तबीयत अब भी ठीक नहीं है”, और बाकी पर चुप्पी साध ली।
समाजवादी पार्टी की रहस्यमयी चुप्पी
इस पूरी मुलाकात में सबसे ज्यादा ध्यान खींचा सपा नेताओं की गैरमौजूदगी ने। आजम खान कभी पार्टी के सबसे कद्दावर मुस्लिम चेहरों में गिने जाते थे, लेकिन अब जैसे पार्टी ने दूरी बना ली हो।
न कोई बयान
न कोई जेल विजिट
न कोई समर्थन
ऐसे में ये सवाल उठता है — “क्या आजम अब पार्टी में ‘बैकबेंच’ हो चुके हैं?”
2023 से जेल में, कई मामलों में राहत मिल चुकी
आजम खान 22 अक्टूबर 2023 से सीतापुर जिला जेल में बंद हैं। हालांकि उन्हें कई मामलों में अदालत से राहत मिली है, लेकिन वह अब भी रिहा नहीं हुए हैं। समर्थकों को उम्मीद है कि जल्द कोई बड़ा फैसला आ सकता है।
पहले पत्नी तंजीम, अब बेटा अब्दुल्ला पहुंचे हालचाल लेने
हाल ही में आजम खान की पत्नी तंजीम फातिमा और बेटे अदीब ने भी उनसे मुलाकात की थी। परिजनों की सक्रियता बढ़ी है लेकिन सपा के सीनियर नेता अब भी मौन हैं। क्या यह मौन संकेत है किसी दूरी का?