इसराइल का बड़ा दावा: ईरान के क़ुम में हवाई हमला, टॉप कमांडर ढेर

सैफी हुसैन
सैफी हुसैन

शनिवार को इसराइल ने एक बड़ा सैन्य दावा करते हुए कहा कि उसने ईरान के क़ुम शहर में स्थित एक रिहायशी इमारत पर एयरस्ट्राइक की है। इस हमले में ईरान की कुद्स फोर्स के वरिष्ठ अधिकारी सईद इज़ादी की मौत हो गई है।

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इसराइल के रक्षा मंत्री योआव कात्ज़ ने बयान जारी कर कहा,”सईद इज़ादी ने 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा किए गए हमले में आर्थिक सहायता की थी। अब उसके खिलाफ न्याय हुआ है। इसराइल के लंबे हाथ उसके दुश्मनों तक ज़रूर पहुंचते हैं।”

कौन थे सईद इज़ादी?

सईद इज़ादी, ईरान की इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कोर (IRGC) की शाखा क़ुद्स फोर्स में सीनियर स्तर के अधिकारी माने जाते हैं। कुद्स फोर्स को ईरान की विदेशों में छद्म युद्ध नीति और गुप्त अभियानों के लिए जाना जाता है।

हालांकि, IRGC ने अब तक इज़ादी की मौत की पुष्टि नहीं की है, जिससे इस दावे को लेकर सस्पेंस बना हुआ है।

क़ुम शहर में क्यों हुआ हमला?

क़ुम ईरान का एक धार्मिक और रणनीतिक रूप से संवेदनशील शहर है। इस शहर पर हमला करना संकेत है कि इसराइल अब सिर्फ सीमावर्ती क्षेत्रों तक सीमित नहीं है, बल्कि ईरान के गहरे अंदर तक ऑपरेशन करने को तैयार है।

हमला क्यों अहम है?

यह हमला ऐसे समय हुआ है जब इसराइल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है। 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा इसराइल पर किए गए हमले के बाद से इसराइल ने ईरान को हमले का मुख्य मददगार माना है।

इस हवाई कार्रवाई को इसराइल द्वारा किए गए “Targeted Retaliation” की एक बड़ी मिसाल के रूप में देखा जा रहा है।

ईरान की चुप्पी क्या संकेत देती है?

अब तक ईरान की ओर से इस हमले पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। IRGC ने भी सईद इज़ादी की मौत पर चुप्पी साध रखी है। यह चुप्पी या तो रणनीतिक हो सकती है, या फिर इसराइली दावे को गलत साबित करने की तैयारी।

इसराइल का यह एयरस्ट्राइक इस पूरे क्षेत्र में चल रहे भू-राजनीतिक युद्ध को और भी गर्म कर सकता है। अगर ईरान की ओर से पलटवार होता है, तो मध्य पूर्व में हालात और तनावपूर्ण हो सकते हैं। सईद इज़ादी की मौत की पुष्टि आने वाले समय में कई राज खोल सकती है।

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