पहलगाम हमले पर कांग्रेस में सियासी हलचल, नेताओं की बयानबाज़ी से नाराज आलाकमान

सत्येन्द्र सिंह ठाकुर
सत्येन्द्र सिंह ठाकुर

देशभर में पहलगाम आतंकी हमले को लेकर गम और गुस्से का माहौल है, लेकिन इस संवेदनशील मुद्दे पर कांग्रेस के कुछ नेताओं की बयानबाज़ी ने पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाया है। पार्टी आलाकमान ने इसे गंभीरता से लेते हुए नेताओं को सार्वजनिक रूप से गैर-जिम्मेदाराना बयान न देने की नसीहत दी है।

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कांग्रेस का आधिकारिक रुख स्पष्ट

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जानकारी दी कि 24 अप्रैल 2025 को कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में पहलगाम हमले की निंदा करते हुए प्रस्ताव पारित किया गया। इसके अगले दिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लिया और पार्टी की ओर से स्पष्ट रुख रखा।

‘व्यक्तिगत राय पार्टी का रुख नहीं’

जयराम रमेश ने कहा कि मीडिया में कुछ कांग्रेस नेता जो टिप्पणियां कर रहे हैं, वे उनकी व्यक्तिगत राय है। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की आधिकारिक स्थिति को नहीं दर्शाते। उन्होंने साफ किया कि सिर्फ कांग्रेस कार्य समिति का प्रस्ताव, राहुल गांधी और खड़गे द्वारा व्यक्त विचार तथा AICC के अधिकृत पदाधिकारियों की राय ही पार्टी का रुख मानी जाएगी।

विवादित बयानों पर पार्टी का किनारा

हाल ही में कांग्रेस नेताओं मणिशंकर अय्यर और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया सहित अन्य नेताओं के बयानों से विवाद खड़ा हुआ। पार्टी नेतृत्व ने इसे अनुचित ठहराते हुए खुद को इन बयानों से अलग कर लिया है और सभी नेताओं से आग्रह किया है कि वे ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर जिम्मेदारी के साथ बयान दें।

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विपक्ष के समर्थन का आश्वासन

राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्पष्ट किया है कि आतंकवाद से लड़ाई में कांग्रेस सरकार के हर कदम के साथ है। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए, और देशहित सर्वोपरि है।

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