
बिहार में चुनाव परिणाम आइल त राजनीति ऐसे हिलल जइसे कड़ाहा में चऊमिन। अब सब पूछs: “यूपी में ई चमत्कारी ‘बिहार मॉडल’ लागू हो सकेला?”
बाबू, बात सीधी-बिहारी में समझs— “बिहार एगो तालाब, यूपी पूरा समुंदर!” तालाब वाला तरीका समुंदर में चलेल? ई सोचलही सटायर बा।
बिहार बनाम यूपी: लगs त पड़ोसी, बाकिर राजनीति में पूरा चचेरा-गोटाला!
बिहार: जाति-ब्लॉक वाला सरल पहेली
बिहार के राजनीति पाँच गो ठोस ब्लॉक पर घूमेला— यादव, कुशवाहा, दलित, मुस्लिम, कुर्मी। एक ब्लॉक हिलल = पूरा चुनाव का बैलेंस डोल गइल।
मतलब बिहार में चुनाव के गणित—“एक बटन दबाईं, मशीन सीधा रिपोर्ट देई।”
यूपी: सात गो राजनीति एक राज्य में!
यूपी में हर 100 किलोमीटर पर राजनीति बदल जाला— कहीं जाट-गुर्जर, कहीं यादव-कुर्मी, कहीं ठाकुर-ब्राह्मण, त कहीं मुस्लिम-ओबीसी।
भोजपुरी में कहें त: “यूपी के राजनीति ओह बहु जइसन, जाके घर में पाँच गो ससुराल हो। हर जगह नया नियम!”
बिहार में सत्ता गहिरा दोस्ती, यूपी में विपक्ष पूरा फौज लेकर खड़ा
बिहार में एनडीए—सब एक लाइन में
BJP + JDU का गठबंधन त ऐसना सेट रहे कि चाय–नाश्ते में भी सीट बँटवारा सेट मिले। विपक्ष?
राउर कौनो मोबाइल नेटवर्क जइसन—कभी E, कभी H, कभी No Signal।
यूपी में विपक्ष—तीन-तीन मोहरा
यहाँ SP + Congress + BSP— तीन अलग-अलग मोर्चा, तीन-अलग-अलग वोट बैंक। बिहार में विपक्ष कमजोर, यूपी में विपक्ष “पूरा टेस्ट मैच की प्लेइंग इलेवन।”
नेतृत्व: बिहार में दू गो चेहरा, यूपी में ‘एके ला सब जिम्मा’
बिहार
नीतीश कुमार + मोदी = नाराज़गी भी बँट गइल, श्रेय भी दूनो तरफ पहुँच गइल। नेतृत्व का बोझ आधा–आधा।
यूपी
यूपी में चुनाव, अभियान, पोस्टर, भाषण—सब Yogi Adityanath ब्रांडिंग। असंतोष भी उहे, माने– “अगर दूध फटे त भी दोष ओकरे!”
बिहार में दो चाभीदार, यूपी में एके पहरेदार।

सामाजिक संरचना: बिहार में बड़े-बड़े खेमे, यूपी में सौ-सौ जातीय जोड़-तोड़
बिहार
ब्लॉक सिस्टम: “मोटा धड़ा” + “एक दिशा में वोट” = सीधा सीटें।
यूपी
ई जगह पूरा micro-management चलेला— राजभर, लोध, पासी, निषाद, कुर्मी, ठाकुर… हर जाति, हर जिलs, हर चौहट्टा में अलग खेल। सीधे वाला फार्मूला यहाँ उड़े वाला पतंग बन जाला।
गठबंधन खेल: बिहार में छाता, यूपी में छर्रा
बिहार
एनडीए का गठबंधन बड़हन छाता जइसन— सब जाति-कौम के ऊपर से टप-टप ढँक देला।
यूपी
यहाँ छोट-छोट साथी— अपना दल, निषाद पार्टी, RLD— बाकिर इनकर प्रभाव सीमित। बिहार जइसन भारी-भरकम गठबंधन छतरी यूपी में नसीब ना।
सत्ता-विरोध: बिहार में हल्का, यूपी में दस बरिस का जमा हुआ हिसाब
बिहार में नीतीश का सामाजिक संतुलन + योजनाएं = असंतोष छोट-छोट टुकड़ा में कट गइल। यूपी में 2017 से BJP की दस साल वाली सरकार। लोग का असंतोष के लिस्ट— बेरोजगारी, महँगाई, OBC नाराज़गी, किसान मसला, लोकल प्रशासन। बिहार वाला असर यहाँ ज्यादा करारा पड़ेला।
बिहार मॉडल यूपी में? आधा चलेला, पूरा ना!
बिहार मॉडल = एकजुट सत्ता + कमजोर विपक्ष + caste block alignment + dual leadership
यूपी मॉडल = मजबूत विपक्ष + क्षेत्रीय विविधता + सिंगल फेस लीडर + बड़ा सत्ता-विरोध
भोजपुरी में सीधी बात—“बिहार वाला किताब यूपी में पढ़ाई जा सकेला, बाकिर परीक्षा के सवाल पूरा अलग होती।”
