
बिहार चुनाव 2025 का पहला ड्रामा सामने आ चुका है – और वो भी सीट बंटवारे पर। महागठबंधन के नेता इस वक्त अपनी-अपनी पार्टी की सीट बचाने में इतने बिज़ी हैं कि गठबंधन को ही ‘ऑनलाइन ग्रुप प्रोजेक्ट’ बना दिया है – सबको करना कुछ है नहीं, पर क्रेडिट सबको चाहिए।
पप्पू यादव बोले– कांग्रेस को ‘Capacity’ में दिक्कत है
पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने सीधा-सीधा कांग्रेस की क्लास ले ली। “12 सीटों पर डबल उम्मीदवार हैं… ये कोई गठबंधन है क्या?”
उन्होंने तो कांग्रेस से सवाल किया- “क्या निर्णय लेने की capacity ही नहीं बची?”
अब कांग्रेस के दफ्तर में ‘Capacity Building Workshop’ की ज़रूरत महसूस की जा रही है।
BJP ने चुटकी ली– ‘गठबंधन नहीं, WWE चल रहा’
बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, “महागठबंधन में सिर-फुटव्वल हो रहा है। जो सीट नहीं बांट सकते, वो राज्य क्या चलाएंगे?”
उनके बयान से इतना तो साफ है कि BJP को विपक्ष की लड़ाई से ज़्यादा खुशी ऑल टाइम कॉमेडी शो मिलने की हो रही है।

12 सीटों पर डबल बुकिंग! कन्फ्यूजन जनता का
कई सीटों पर महागठबंधन के दो-दो उम्मीदवार मैदान में हैं:
- वैशाली में RJD और कांग्रेस दोनों के कैंडिडेट
- सिकंदरा में Congress vs RJD
- लालगंज, गोपालगंज, मोतिहारी जैसी सीटों पर भी डुप्लीकेट कैंडिडेट चिपका दिए गए हैं
अब जनता पूछ रही है, “वोट किसे दें? कौन असली है, कौन गठबंधन का खानदानी नकली?”
गठबंधन की मीटिंग या व्हाट्सएप ग्रुप म्यूट में?
अंदर की खबर ये है कि RJD और कांग्रेस दोनों अपने-अपने आप को ‘बड़ा भाई’ मान रहे हैं। हालत ये है कि अब मीटिंग्स नहीं, Zoom पर लड़ाइयां हो रही हैं – माइक म्यूट, कैमरा ऑफ और एजेंडा – “कौन कितनी सीटों पर राजा रहेगा?”
चुनाव शेड्यूल तो फाइनल है, पर गठबंधन का टाईमटेबल मिसिंग
बिहार में दो चरणों में वोटिंग होनी है – 6 नवंबर और 11 नवंबर और नतीजे आएंगे 14 नवंबर को।
लेकिन जिस रफ्तार से महागठबंधन काम कर रहा है, उससे लग रहा है कि “कैंडिडेट लिस्ट तब तक आएगी जब प्रचार बंद हो जाएगा।”
