
Donald Trump एक बार फिर अपने “America First” अवतार में लौट आए हैं — और इस बार निशाने पर है चीन और उसका ‘Divide and Rule’ वर्जन 2.0। ट्रंप का ताज़ा आरोप: चीन अमेरिका से सोयाबीन नहीं खरीद रहा, बल्कि अर्जेंटीना से ले रहा है — और ये सब अमेरिका-अर्जेंटीना के रिश्तों में दरार डालने की चाल है।
ट्रंप बोले, “China को फूट डालकर फायदा उठाना अच्छा लगता है, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे… soy को सॉरी कर देंगे!”
So(y) Called Trade War: सोयाबीन बना वजह बहस की!
ट्रंप ने दावा किया कि चीन अमेरिका के किसानों की मेहनत को ignore कर रहा है और South America से shopping कर रहा है। अमेरिका के Midwest में बैठे किसान तो शायद अब Google पर सर्च कर रहे होंगे: “Soybean boycott China?”
ट्रंप बोले – “चीन जानबूझकर हमारे किसानों को नुकसान पहुंचा रहा है। अब हम भी कुकिंग ऑयल और दूसरे व्यापार पर बैन का मन बना रहे हैं।”
अब अमेरिका में तलहटी से तेल निकले या ना निकले, पैन में चाइना का ऑयल नहीं पड़ेगा!
बंदरगाह या बंदर जैसा व्यवहार?
चीन ने भी अमेरिकी जहाजों पर एकदम Bollywood विलेन स्टाइल में “Special Port Fee” लगा दी है — 400 युआन प्रति टन, और हर साल बढ़ेगी!
ट्रंप टीम कह रही है – “पहले हमने टैरिफ मारा, अब वो बंदरगाह पे टैक्स मार रहे हैं। ये तो सीधा टैक्स युध्द है।”
इधर चीन ने कहा – “हम अपने बंदरगाह और कारोबारियों के हित की रक्षा कर रहे हैं।”
Translation: “हम भी सुपर पावर हैं भाई, मुफ्त में entry नहीं मिलेगी!”

Rare Earth, Rare Patience
मामला यहीं नहीं थमता! रेयर अर्थ एलिमेंट्स पर चीन की बादशाहत और अमेरिका के 100% टैरिफ ने पहले से ही दोनों देशों को “Trade Tension Zone” में खड़ा कर दिया है। और अब जब जहाज़ों पर भी ‘टोल टैक्स’ लग गया है, तो समझिए ये ट्रेड वॉर अब हाइब्रिड वॉर बन चुका है।
अर्जेंटीना बोले – “हम तो बस सोया खा रहे थे!”
अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली, ट्रंप के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुछ यूं बोले – “हमें तो लगा कि हम Discount में Soybean ले रहे हैं, अब ये फूट-फाट वाला angle कहां से आ गया?”
शायद अगली मीटिंग में अर्जेंटीना अपने exporters को समझाएगा: “डील करो, लेकिन Drama से दूर रहो।”
“सोयाबीन अब सिर्फ खाने का नहीं, कूटनीति का हथियार है!”
डोनाल्ड ट्रंप ने साफ कर दिया है कि चीन अगर सोयाबीन के बहाने अमेरिका के किसानों को चोट पहुंचाएगा, तो जवाब मिलेगा — और वो भी बिना तेल के!
Moral of the Story: अगली बार जब आप टोफू खाएं, तो याद रखिए — वो एक सोया-डिप्लोमैटिक हथियार भी हो सकता है!
बीवी का चाँद देखिए, बाहरवाली को ब्लॉक कीजिए – नहीं तो ब्रह्मांड हिलेगा!