सिंधु जल संधि पर भारत की जनता जनार्दन बोली – “अब पानी भी नहीं देंगे!”

साक्षी चतुर्वेदी
साक्षी चतुर्वेदी

पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने जब सिंधु जल संधि को निलंबित किया, तो देश की जनता का ग़ुस्सा हर नल के मुहाने से फव्वारे की तरह बाहर फूट पड़ा। हमने प्रतिक्रिया मांगी और जवाब इतने तीखे आए कि खुद जल संस्थान भी पानी मांग बैठे।

सिंधु संधि पर बौखलाए ख्वाजा आसिफ: ‘अभिनंदन को याद करो, हम तैयार हैं!

सीमा गुप्ता ने कहा:
“जब हमारा खून बह रहा है, तब पानी का बहाव क्यों जारी रहे? अब पाकिस्तान को चाय भी नहीं मिलेगी, सिर्फ थूक निगलना पड़ेगा!”

आदर्श जैन बोले:
“हमने मैथ में पढ़ा था – अगर रिसाव बंद नहीं हो रहा तो वाल्व बंद कर दो। यही किया है सरकार ने, अब पाकिस्तान का प्रेशर कम होगा।”

मोनिका पूरी का रिएक्शन:
“Water is not love, it’s national power! No more aqua love letters to Rawalpindi.

रेशु शुक्ला:
“जब खून बहा है, तो अब बूंद भी नहीं बहेगी,
पानी पर राजनीति करोगे? अब जनता तुम्हें नहीं सहेगी।”

अमित पांडे, बोले:
“सिंधु हमारी मां है, और मां का पानी दुश्मन को नहीं मिलेगा। पाकिस्तान अब नमाज के वक़्त ‘अभी नहीं आया पानी’ सुनने को तैयार रहे!”

मोनू शुक्ल, ने अपने हिसाब से समझाया:
“पानी देना था तो पहले किलो में देना चाहिए था, अब लीटर में भी नहीं मिलेगा। राशन कार्ड पर भी कट!”

राम सकल रावत, बोले:
_”हमने 1971 देखी है बेटा, अब 2025 का जल युद्ध देखेंगे।”

हनुमान प्रसाद, ने कहा:
“अब से पाकिस्तानियों को चाय नहीं – Dry Day! अभिनंदन वाली चाय का बदला अब पूरा होगा।”

प्रखर मेहरा, बोले :
“अगर पानी बंद हुआ तो पाकिस्तान के ट्विटर हैंडल भी सूख जाएंगे। अगली बार हैशटैग होगा: #प्यासे_पड़ोसी!”

UPSC वाले भी जान लें : क्या है सिंधु जल संधि, पाकिस्तान के लिए कितनी बड़ी मुसीबत ?

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