
भारत की सुपरसोनिक शक्ति ब्रह्मोस अब लखनऊ में भी तैयार होगी। भारत-पाक तनाव के बीच ये कदम न सिर्फ सैन्य दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह “Make in India” के तहत डिफेंस उत्पादन में एक बड़ा मील का पत्थर भी है।
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कहाँ बन रही है यूनिट?
यह मिसाइल निर्माण यूनिट डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लखनऊ नोड पर स्थापित की गई है।
कुल निवेश: ₹300 करोड़
समय: 3.5 साल में धरातल पर
लोकेशन: लखनऊ, उत्तर प्रदेश
परियोजना: योगी आदित्यनाथ की ड्रीम डिफेंस योजना
ब्रह्मोस क्यों खास है?
ब्रह्मोस दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल में से एक है।
दुश्मन का नामोनिशान मिटाने में माहिर
ज़मीन, समुद्र और हवा – हर मोर्चे से दागी जा सकती है
सटीकता और गति इसका सबसे बड़ा हथियार
अब यह स्वदेशी तकनीक के साथ लखनऊ में भी तैयार होगी।
भारत-पाक तनाव के बीच बड़ा संदेश
इस यूनिट का उद्घाटन ऐसे वक्त पर हो रहा है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है।
हाल ही में हुए ड्रोन हमले, ऑपरेशन सिंदूर, और लाहौर एयर डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय करने जैसे घटनाक्रमों के बीच यह यूनिट भारत के आत्मनिर्भर डिफेंस सिस्टम को मज़बूत करेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सपना
सीएम योगी ने इसे “उत्तर प्रदेश को डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग हब” बनाने का हिस्सा बताया है।
“अब उत्तर प्रदेश सिर्फ खेती नहीं, देश की रक्षा में भी आगे रहेगा।”
लखनऊ बना ताकत का केंद्र
ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट से लखनऊ अब सिर्फ तहज़ीब और नवाबों का शहर नहीं,
बल्कि तकनीक, ताकत और सुरक्षा का गढ़ भी बन चुका है।
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