उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर सियासी हवा बदलत नजर आ रहल बा। अब लड़ाई ना सिर्फ लखनऊ-दिल्ली के गलियारा में, बल्कि पूर्वांचल के गांव-गली, टोला-मोहल्ला में तय होई। भोजपुरी में कहें त— “अब चुनाव गन्ना बेल्ट से हट के गंगा-घाघरा के माटी में लड़े जाई।” 2022 के बाद BJP का पश्चिमी यूपी फार्मूला 2022 विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी समझ गई कि किसान आंदोलन के बाद पश्चिमी यूपी में नाराजगी आग बन चुकी बा। इहे आग बुझावे खातिर पार्टी ने योगी सरकार में मंत्री रहे भूपेंद्र सिंह चौधरी के…
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