हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवशयनी एकादशी कहते हैं। इस दिन भगवान विष्णु क्षीरसागर में शयन करते हैं, और चार महीनों तक यहीं विश्राम करते हैं। यह दिन चातुर्मास की शुरुआत का प्रतीक होता है — एक ऐसा काल जिसमें धार्मिक, वैवाहिक और मांगलिक कार्यों पर विराम लगा होता है। पौराणिक कथाओं, धार्मिक परंपराओं और वैज्ञानिक तथ्यों के संदर्भ में यह एकादशी अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। लखनऊ की अजादारी: मोहर्रम की परंपरा, इतिहास और गंगा-जमुनी तहज़ीब का संगम पौराणिक पृष्ठभूमि: वामन अवतार और राजा…
Read MoreTag: हिन्दू धर्म
108 मोतियों वाली माला में छुपा है ब्रह्मांड का रहस्य!
भारत की आध्यात्मिक परंपरा में माला जप को एक अत्यंत शक्तिशाली साधना माना गया है। आपने अक्सर देखा होगा कि साधु-संत, योगी या आपके परिवार के बुज़ुर्ग जपमाला से भगवान का नाम या मंत्रों का जाप करते हैं। लेकिन सवाल यह है कि माला में हमेशा 108 ही दाने क्यों होते हैं? क्या यह सिर्फ परंपरा है या इसके पीछे कोई गहरा वैज्ञानिक और ज्योतिषीय रहस्य छिपा है? भारत में कोविड-19 की वापसी: NB.1.8.1 और LF.7 वेरिएंट्स से सतर्क रहें आइए इस सवाल का उत्तर खोजते हैं — 108 का…
Read More