बाजार हुआ ‘ग्रीन’! सेंसेक्स-निफ्टी की छलांग देख निवेशकों के चेहरे खिले

मौद्रिक नीति समिति (MPC) के हालिया फैसलों ने घरेलू शेयर बाजार में जोश भर दिया है। सोमवार को बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों ही हरे निशान पर बंद हुए।रेपो रेट और सीआरआर में कटौती से निवेशकों को राहत मिली, और नतीजा—सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में दमदार बढ़त। “हिसाब चाहिए… 11 साल नहीं, पूरे 20 साल का!” – अखिलेश सेंसेक्स 256 अंक चढ़ा, निफ्टी ने फिर पार किया 25,000 का स्तर बीएसई सेंसेक्स 256.22 अंक या 0.31% की बढ़त के साथ 82,445.21 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह एक…

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आने वाले हफ्ते में भारतीय शेयर बाजार की दिशा क्या होगी? जानें सुझाव।

शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव सामान्य है, लेकिन अगले हफ्ते के लिए कुछ सकारात्मक संकेत हैं, जबकि कुछ सतर्कता की आवश्यकता है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने हाल ही में ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की, जिससे बाजार में उत्साह का माहौल बना है। इससे बैंकों, NBFCs और रियल एस्टेट जैसे क्षेत्रों में लाभ की संभावना है। NEET नहीं निकला? कोई नहीं! मेडिकल की ये शॉर्टकट डिग्रियां हैं Jackpot! बाजार की दिशा: संकुचन या वृद्धि? बाजार अगले कुछ हफ्तों तक 5% की सीमा में संकुचित रह सकता है। यह “समय…

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शेयर बाजार में वापसी की रफ्तार, सेंसेक्स और निफ्टी में उछाल

दो दिनों की गिरावट के बाद घरेलू शेयर बाजार ने गुरुवार को दमदार वापसी की। बाजार खुलते ही निवेशकों के चेहरे खिल उठे, क्योंकि सेंसेक्स 504.57 अंकों की बढ़त के साथ 81,816.89 पर और निफ्टी 137.25 अंक चढ़कर 24,889.70 के स्तर पर पहुंच गया। यह तेजी अमेरिकी टैरिफ से जुड़े सकारात्मक घटनाक्रमों, एशियाई बाजारों की मजबूती और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) के भारी निवेश के चलते आई। बुधवार को एफआईआई ने ₹4,662.92 करोड़ के शेयर खरीदे, जिससे बाजार को मजबूत समर्थन मिला। सूर्य देव की चमक से इन 3 राशियों…

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बाजार का ब्रेक! दो दिन की रफ्तार थमी, निवेशकों को लगा झटका

हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन यानी 27 मई 2025, मंगलवार, भारतीय शेयर बाजार भारी उतार-चढ़ाव के बाद लाल निशान में बंद हुआ। निवेशकों की मुनाफावसूली और वैश्विक संकेतों की अनिश्चितता ने बाजार को दबाव में ला दिया। वैल्यूएशन को लेकर निवेशक सतर्क नजर आ रहे हैं और इससे बड़ी कंपनियों के शेयरों में दबाव बना है। गोमांस निकला भैंस का, लेकिन लात-घूंसे असली थे! बीएसई सेंसेक्स 624.82 अंक या 0.76% गिरकर 81,551.63 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 174.95 अंक यानी 0.70% की गिरावट के साथ 24,826.20 पर आ गया।…

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क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट: निवेशकों के लिए सतर्कता का समय

2025 की पहली तिमाही में क्रूड ऑयल की कीमतें $82 प्रति बैरल से गिरकर लगभग $65 प्रति बैरल तक आ गई हैं। इस गिरावट का मुख्य कारण वैश्विक इन्वेंट्री में वृद्धि और OPEC+ द्वारा उत्पादन में बढ़ोतरी है। अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) के अनुसार, मार्च 2025 में वैश्विक इन्वेंट्री 7.7 बिलियन बैरल तक पहुंच गई है, और यह प्रवृत्ति 2026 तक जारी रहने की संभावना है। ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट: माओवाद की रीढ़ टूटी, बसवराजू ढेर! तेल कंपनियों में निवेश: जोखिम बनाम अवसर बड़ी तेल कंपनियाँ जैसे ExxonMobil, Chevron, Shell, TotalEnergies,…

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संघर्षविराम और IMF डील से पाकिस्तान के शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल

पाकिस्तान के शेयर बाजारों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। KSE100 इंडेक्स ने शुरुआती कारोबार में लगभग 9% की छलांग लगाई।यह उछाल बीते हफ्ते की अनिश्चितता और गिरावट के मुकाबले एक बड़ी राहत के रूप में देखा जा रहा है। Virat Kohli Retirement: टेस्ट क्रिकेट को नम आंखों से अलविदा, एक युग का अंत भारत-पाकिस्तान संघर्षविराम बना राहत की बड़ी वजह भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव और ड्रोन हमलों के बाद शनिवार को हुए संघर्षविराम समझौते ने दोनों देशों के निवेशकों को राहत दी। जहां भारतीय बाजारों…

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सीजफायर के बाद शेयर बाजार में उछाल: सेंसेक्स-निफ्टी ने रफ्तार पकड़ी

सोमवार, 12 मई 2025 की सुबह शेयर बाजार के लिए राहत और जोश दोनों लेकर आई।सुबह 9:22 बजे, सेंसेक्स में 1,889.43 अंक (2.38%) की तेज़ी दर्ज हुई और यह 81,343.90 के स्तर पर जा पहुंचा। निफ्टी ने भी जोरदार छलांग लगाई और यह 568.10 अंक (2.37%) की बढ़त के साथ 24,576.10 पर ट्रेड कर रहा था। फाइब्रोमायल्जिया: थकान, दर्द और तनाव से जुड़ी रहस्यमयी बीमारी को समझें भारत-पाकिस्तान सीजफायर ने दिया बाजार को बूस्ट शनिवार शाम हुए भारत-पाकिस्तान सीजफायर समझौते ने निवेशकों को राहत दी है। पिछले कुछ दिनों से…

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पेट्रोल-डीजल की राजनीति और निवेश: तेल में क्या उबाल रहा है, और आप कितना तल सकते हैं?

“भारत में दो चीजें कभी स्थिर नहीं रहतीं – नेताओं के बयान और पेट्रोल की कीमत!”जहां एक ओर आम जनता सुबह उठकर देखती है कि डॉलर गिरा या चढ़ा, वहीं पेट्रोलियम सेक्टर चुपचाप ‘भावनात्मक ब्लैकमेल’ कर रहा है – कभी क्रूड गिरा, कभी टेंशन बढ़ा। सवाल ये है – क्या ये निवेश का सही समय है या फिर तेल में हाथ डालने का मतलब है सीधे फ्राइपैन में कूद जाना? ऑपरेशन सिंदूर: पहले इंडिया इन नेताओं के घरों पर ड्रोन मारो अभी तेल में चल क्या रहा है? दुनिया भर…

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