क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट: निवेशकों के लिए सतर्कता का समय

अमित मित्तल
अमित मित्तल

2025 की पहली तिमाही में क्रूड ऑयल की कीमतें $82 प्रति बैरल से गिरकर लगभग $65 प्रति बैरल तक आ गई हैं। इस गिरावट का मुख्य कारण वैश्विक इन्वेंट्री में वृद्धि और OPEC+ द्वारा उत्पादन में बढ़ोतरी है। अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) के अनुसार, मार्च 2025 में वैश्विक इन्वेंट्री 7.7 बिलियन बैरल तक पहुंच गई है, और यह प्रवृत्ति 2026 तक जारी रहने की संभावना है।

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तेल कंपनियों में निवेश: जोखिम बनाम अवसर

बड़ी तेल कंपनियाँ जैसे ExxonMobil, Chevron, Shell, TotalEnergies, और BP वर्तमान बाजार मंदी के बावजूद अपने निवेशकों को आश्वस्त कर रही हैं कि वे अपने लाभांश और शेयर बायबैक योजनाओं को बनाए रखेंगी। हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि यदि कीमतें $60 प्रति बैरल से नीचे बनी रहती हैं, तो इन कंपनियों की दीर्घकालिक योजनाएँ प्रभावित हो सकती हैं।

सुझाव

  • लंबी अवधि के दृष्टिकोण से सोचें: तेल कंपनियों में निवेश करते समय, उनकी वित्तीय स्थिति, लागत नियंत्रण, और विविधता पर ध्यान दें।

  • विविध पोर्टफोलियो बनाएँ: केवल तेल कंपनियों पर निर्भर न रहें; अन्य ऊर्जा स्रोतों और क्षेत्रों में भी निवेश करें।

  • बाजार की निगरानी करें: क्रूड ऑयल की कीमतों और वैश्विक आर्थिक संकेतकों पर नजर रखें, ताकि समय पर निर्णय ले सकें।

2025 में क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट और बढ़ती इन्वेंट्री के कारण तेल कंपनियों में निवेश जोखिमपूर्ण हो सकता है। हालांकि, मजबूत वित्तीय स्थिति वाली कंपनियाँ इस मंदी का सामना कर सकती हैं। निवेशकों को सतर्क रहकर, विविध पोर्टफोलियो के साथ, दीर्घकालिक रणनीति अपनानी चाहिए।

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