
सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में शानदार तेजी देखने को मिली, जिसका मुख्य कारण रहा—विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार खरीदारी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में तेज गिरावट। बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी, दोनों प्रमुख सूचकांक नए शिखर की ओर बढ़ते दिखे।
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सेंसेक्स और निफ्टी का प्रदर्शन
सेंसेक्स 294.85 अंक (0.37%) की बढ़त के साथ 80,796.84 पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान यह एक समय 547 अंक चढ़कर 81,049.03 के स्तर पर भी पहुंचा।
निफ्टी भी 114.45 अंक (0.47%) की तेजी के साथ 24,461.15 अंक पर बंद हुआ।
पिछले कारोबारी दिन (शुक्रवार) को सेंसेक्स 80,501.99 और निफ्टी 24,346.70 पर बंद हुआ था।
कौन से शेयर रहे फायदे में?
अदाणी पोर्ट्स: सबसे ज्यादा उछाल, 6.29% की तेजी, अमेरिकी अधिकारियों से मुलाकात की खबर के बाद।
बजाज फिनसर्व, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, आईटीसी, एशियन पेंट्स और पावर ग्रिड जैसे प्रमुख शेयरों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया।
विशेष रूप से अदाणी समूह की सभी लिस्टेड कंपनियों के शेयर हरे निशान पर बंद हुए।
किन शेयरों में आई गिरावट?
कोटक महिंद्रा बैंक: मार्च तिमाही के कमजोर नतीजों के चलते 4.57% की गिरावट।
भारतीय स्टेट बैंक, एक्सिस बैंक, टाइटन और इंडसइंड बैंक भी घाटे में रहे।
वैश्विक संकेत और ब्रेंट क्रूड की कीमत
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 1.45% गिरकर $60.40 प्रति बैरल पर आ गया।
यूरोपीय बाजारों में मिला-जुला रुख रहा, जबकि अमेरिकी बाजार शुक्रवार को मजबूती के साथ बंद हुए।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की भूमिका
शुक्रवार को FII ने 2,769.81 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की।
अप्रैल में कुल 4,223 करोड़ रुपये का निवेश हुआ — यानी तीन महीनों बाद FII फिर से नेट बायर्स बने हैं।
इसके पहले:
मार्च: ₹3,973 करोड़ निकासी
फरवरी: ₹34,574 करोड़ निकासी
जनवरी: ₹78,027 करोड़ निकासी
विदेशी निवेशकों की वापसी, तेल की कीमतों में नरमी और अदाणी समूह से जुड़े सकारात्मक संकेतों ने मिलकर भारतीय शेयर बाजार में नई ऊर्जा फूंकी है। यह संकेत है कि आने वाले समय में भी बाजार में वोलैटिलिटी के साथ सकारात्मक ट्रेंड बने रहने की संभावना है, बशर्ते वैश्विक संकेत साथ दें।
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