
अगर आप सोच रहे हैं कि बाइक को किसी दूसरी सिटी भेजने में बड़ी टेंशन होगी – ट्रक वाला लूट लेगा, कूरियर वाला समझेगा ही नहीं बाइक को… तो टेंशन छोड़िए। भारतीय रेलवे आपके लिए है – सस्ता, भरोसेमंद और थोड़ा देसी स्टाइल में प्रोफेशनल!
नॉनवेज ऑर्डर करके ठेस खा गए! फिर बोले – मेरी भावनाएं आहत हैं!
रेलवे से बाइक भेजने के दो स्वैगदार ऑप्शन
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लगेज (Luggage):
आप खुद यात्रा कर रहे हैं और बाइक को साथ ले जाना है – बस स्टेशन पर बुक कराओ और निकल लो। -
पार्सल (Parcel):
खुद नहीं जा रहे? कोई बात नहीं। रेलवे आपकी बाइक को अकेले भेजने का इंतजाम कर चुका है।
बुकिंग प्रोसेस – बिना ड्रामा, सीधा काम
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पास के रेलवे पार्सल ऑफिस जाएं।
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अपने दस्तावेज़ तैयार रखें:
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RC (बाइक का रजिस्ट्रेशन)
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बीमा पेपर
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आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस
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बाइक की टंकी खाली होनी चाहिए।
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अगर पेट्रोल मिला तो रेलवे वाले कहेंगे – “₹1000 जमा कराओ पहले!”
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पैकिंग खुद कराओ या स्टेशन से करवाओ (सस्ता + टाइट)।
कितना लगेगा खर्च?
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500 KM दूरी तक खर्च होगा लगभग ₹1200
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पैकिंग चार्ज: ₹300 से ₹500
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कुल मिलाकर ₹1500 में आपकी बाइक मस्त सेफ सफर करेगी।
टाइमिंग और टिप्स – रेलवे टाइम पर चले न चले, पार्सल टाइम पक्का है
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बुकिंग का टाइम: सुबह 10 से शाम 5 बजे तक
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बुकिंग एक दिन पहले करवा लें
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हेडलाइट और साइड मिरर की स्पेशल पैकिंग करवाएं
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अगर बाइक किसी और के नाम पर है? भी चलेगा, बस डॉक्युमेंट पूरे हों।
जब स्कूटी भी हो रोमांस का हिस्सा
अगर आपकी गर्लफ्रेंड कहती है – “प्लीज़ स्कूटी भेज दो, कॉलेज जाना है!”
तो समझ लीजिए रेलवे आपका नया विंगमैन है।
कम पैसे में, बिना शक-सबूत के, चुपके से स्कूटी पहुंच जाएगी।
Recap: Quick Checklist
क्या चाहिए? | क्यों चाहिए? |
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RC | बाइक की पहचान के लिए |
बीमा दस्तावेज | सुरक्षा और नियम के लिए |
आधार/लाइसेंस | आपकी पहचान के लिए |
खाली टंकी | रेलवे के नियम अनुसार |
अंतिम ज्ञान की बात
“बाइक हो या स्कूटी, जब रेलवे है साथ – तो क्या डरना यार?”
कम खर्च में, सही डॉक्युमेंट के साथ, रेलवे से बाइक भेजना आज के टाइम में एक स्मार्ट मूव है। मज़ा तब है जब आप खुद नहीं जा रहे लेकिन बाइक आपकी जगह पहुँच रही है – वो भी सलीके से!
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