राहुल गांधी ने उठाए सवाल, “मोदी जी, 5 फाइटर जेट का सच क्या है?”

साक्षी चतुर्वेदी
साक्षी चतुर्वेदी

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ताज़ा भाषण में ऐसा दावा कर दिया कि भारतीय राजनीति में ‘फाइटर जेट डिप्लोमेसी’ फिर से उड़ान भरने लगी है।
ट्रंप का कहना है कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष के दौरान 5 फाइटर जेट्स गिराए गए थे। हालांकि, उन्होंने साफ नहीं किया कि किसने किसके गिराए? कब, कहां, और कैसे?

पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने फौरन इस पर सोशल मीडिया पर हमला बोलते हुए पूछा:

“मोदी जी, 5 जहाज़ों का सच क्या है? देश को जानने का हक है।”

यानि मामला सीधा ‘राफेल से रिपोर्ट कार्ड’ तक पहुंच गया।

मोदी सरकार की चुप्पी – रणनीति या रहस्य?

फिलहाल सरकार की तरफ से इस दावे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।

पांच जहाज़ गिराना, बिना CCTV फुटेज कैसे?

ट्रंप के बयान में ‘5’ की जो जिद है, उससे सवाल उठते हैं:

  • क्या यह एयर स्ट्राइक पार्ट-2 था?

  • क्या यह भारत-पाकिस्तान के बीच ‘सीक्रेट एरियल PUBG’ था?

  • या फिर ट्रंप ने अपने डोनाल्ड डिफेंस डिपार्टमेंट में नया ड्रोन डाटा देखा?

राहुल गांधी इस पर कह रहे हैं – “देश को सच्चाई बताइए, ये कोई हवाई बयानबाजी नहीं है।” 

सियासत में उड़े बयान, ज़मीन पर नहीं दिखे सबूत

डोनाल्ड ट्रंप का ये बयान शायद चुनावी रैली में भीड़ को गर्म करने के लिए दिया गया हो, लेकिन भारत में यह राजनीतिक तापमान बढ़ा रहा है।
राहुल गांधी इसे “सूचना का अधिकार” मान रहे हैं, और मोदी सरकार को इसका “एयरबोर्न जवाब” देना होगा।

भारत-पाक तनाव, ट्रंप के दावे और राहुल गांधी के सवाल ने देश की राजनीति को एक बार फिर ‘टॉप गन मोड’ में डाल दिया है।
अब देखना ये है कि मोदी सरकार जवाब देती है या इसे ‘गिरा हुआ’ बयान मानकर नज़रअंदाज़ कर देती है।
एक बात तो साफ है —
देश की जनता अब “हवाई बयान” नहीं, जमीनी सच्चाई चाहती है।

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