
कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सोमवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के परिजनों से मिलने हरियाणा के करनाल पहुंचे। राहुल गांधी ने शहीद की पत्नी हिमांशी नरवाल से मुलाकात कर गहरी संवेदना जताई।
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उनके साथ कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा और हरियाणा यूथ कांग्रेस अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा भी पहले से ही वहां मौजूद थे।
घटनाक्रम का पृष्ठभूमि
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए एक आतंकी हमले में लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की जान चली गई थी। जानकारी के अनुसार, वे अपनी पत्नी के साथ हनीमून के लिए पहलगाम गए थे, जहां उन पर आतंकियों ने हमला किया।
उनकी शहादत के बाद से पूरे देश में शोक की लहर फैल गई थी और अब राहुल गांधी की यह यात्रा परिजनों के साथ सहानुभूति और राजनीतिक समर्थन की प्रतीक बन गई है।
सुरक्षा और तैयारियां
राहुल गांधी के आगमन को देखते हुए करनाल के सेक्टर-7 स्थित शहीद निवास पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। सुरक्षा के व्यापक इंतज़ाम किए गए ताकि नेताओं और आम जनता के बीच कोई अव्यवस्था न हो।
राहुल गांधी का बयान:
“यह सिर्फ एक सैनिक की शहादत नहीं, बल्कि पूरे देश की भावनाओं पर हमला है। विनय की बहादुरी को यह देश कभी नहीं भूलेगा। हम आपके साथ हैं।”
राहुल गांधी की यह यात्रा केवल एक राजनीतिक पहल नहीं बल्कि शहीद परिवार के प्रति नैतिक समर्थन और राष्ट्रीय एकता की अभिव्यक्ति है। विनय नरवाल की शहादत ने देश को झकझोर दिया है और ऐसे समय में राजनीतिक प्रतिनिधियों की सक्रियता जनभावनाओं से जुड़ने का माध्यम बनती है।
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