
भारत के एक्शन का असर ऐसा हुआ है कि पाकिस्तान का सच अब खुद उसके मंत्री उगलने लगे हैं। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने जैसे ही डिप्लोमैटिक और स्ट्रैटेजिक ब्रह्मास्त्र चलाया, पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का सारा होश-हवास गायब हो गया। ब्रिटिश न्यूज़ चैनल को इंटरव्यू देते हुए उन्होंने खुद स्वीकार किया कि –
“हमने 30 साल तक आतंकवाद को पाला-पोसा। हाँ, ये हमारी गलती थी… लेकिन… अमेरिका और ब्रिटेन भी दोषी हैं!”
पहलगाम आतंकी हमला: जानिए कौन से देश खड़े हैं भारत के साथ, एक नाम हैरान कर देगा
वाह जनाब! गुनाह खुद किया, लेकिन इल्ज़ाम पश्चिम पर डाल दिया। यानि “आतंकी हमने बनाए, लेकिन Remote अमेरिका के पास था!”
नापाक कबूलनामा, पूरी दुनिया के सामने तमाशा!
पाकिस्तान अब खुद ही अपने “आतंकी पालक” ब्रांड एम्बेसडर बन चुका है। ख्वाजा आसिफ ने खुलकर माना कि पाकिस्तान ने पश्चिमी देशों के इशारे पर आतंकी संगठनों को मदद दी, लेकिन आज वही आतंक उनके गले की हड्डी बन चुका है।
लेकिन बेचारे आसिफ साहब भूल गए कि ये 90 का दशक नहीं, 2025 है, जहां इंटरनेट पर एक झूठ भी नहीं टिकता, और कबूलनामे वायरल हो जाते हैं।
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भारत का एक्शन: “अब न माफ करेंगे, न भूलेंगे!”
पहलगाम हमले के बाद भारत ने जो कड़ा रुख अपनाया है, उससे पाकिस्तान घबरा गया है:
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सिंधु जल संधि स्थगित
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पाक नागरिकों के वीजा रद्द
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अटारी-बाघा व्यापार बंद
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राजनयिक संबंधों में कटौती
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सेना को अलर्ट मोड पर रखा गया
उधर पाकिस्तान की हालत ऐसी है जैसे ATM में बैलेंस भी न हो और बिजली भी चली गई हो!
अब कबूल लिया तो भुगतो भी!
भारत ने बरसों से कहा था – “पाकिस्तान आतंक का कारखाना है”, आज उसी पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने सील लगाकर वह बात सही साबित कर दी। अब देखना ये है कि दुनिया की अदालत में पाकिस्तान को कितनी शर्मिंदगी और सज़ा मिलती है।
और हाँ, अगली बार कोई पाकिस्तानी कहे कि हम तो शांति चाहते हैं, तो एक बार ये कबूलनामा ज़रूर याद कर लेना।