
इंदौर के 29 वर्षीय ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी ने 11 मई को सोनम से शादी की थी। शादी के सिर्फ 9 दिन बाद दोनों मेघालय हनीमून पर रवाना हुए। 23 मई को दोनों सोहरा के नोंगरियात गांव में एक होमस्टे से निकले, लेकिन इसके कुछ घंटे बाद ही दोनों लापता हो गए। ये हनीमून जल्दी ही एक क्राइम थ्रिलर बन गया, जिसकी पटकथा शायद पहले ही लिखी जा चुकी थी।
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लाश, लोकेशन और लापता लॉजिक
2 जून को राजा का शव ‘वेइसाडोंग फॉल्स’ के पास एक खाई में मिला। लाश के साथ उनकी सोने की अंगूठी और चेन गायब थी, जो सिर्फ हादसे नहीं, इरादतन हत्या की ओर इशारा कर रहा था।
पुलिस को खून से सना चाकू और दंपति जैसा ही रेनकोट भी पास के मावकमा गांव से मिला। 24 मई को उनका स्कूटर भी लावारिस हालत में एक कैफे के पास खड़ा मिला।
भाड़े के हत्यारों से करवाया कत्ल
मेघालय की डीजीपी आई नोंगरांग के अनुसार, इस हत्याकांड की साजिश खुद सोनम ने रची थी। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में उसने खुद थाने जाकर सरेंडर किया। जांच में पता चला कि उसने इंदौर और यूपी के तीन भाड़े के हत्यारों को बुलाया था।
तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक आरोपी की तलाश अब भी जारी है। इंदौर पुलिस और मेघालय एसआईटी की संयुक्त कार्रवाई ने इस साजिश का पर्दाफाश किया।
गाइड की गवाही – ‘तीन मेहमान तो हिंदी में बात कर रहे थे!’
पर्यटक गाइड अल्बर्ट पडे ने बताया कि उसने 23 मई को सुबह 10 बजे के आसपास राजा और सोनम को तीन अजनबियों के साथ देखा था, जब वे 3,000 से ज्यादा सीढ़ियां चढ़ रहे थे। इन तीनों ने हिंदी में बात की — यानी वे स्थानीय नहीं थे। यही वह गवाही थी जिसने केस को मोड़ दिया।
राजनीतिक मोड़ – CBI की मांग और पुलिस पर सवाल
राजा के परिवार ने मेघालय पुलिस की जांच पर असंतोष जताया और CBI जांच की मांग की। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से CBI जांच की सिफारिश की। इस बीच, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने पुलिस की तेजी की तारीफ की।
अब तक की बड़ी बातें
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राजा रघुवंशी की हत्या में पत्नी सोनम मुख्य साजिशकर्ता निकली।
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मेघालय की खाई में मिला शव, पास से मिला चाकू और संदिग्ध रेनकोट।
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सोनम ने गाजीपुर थाने में सरेंडर किया।
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तीन भाड़े के गुंडे पकड़े गए; एक अब भी फरार।
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गाइड की गवाही से केस को दिशा मिली।
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परिवार और राज्य सरकार ने CBI जांच की मांग की।
‘लव मैरिज’ थी या ‘लास्ट मैरिज’?
जिस रिश्ते की शुरुआत हनीमून से हो, उसका अंत श्मशान में हो — ये सोचकर भी रूह कांपती है। आज रिश्तों में भरोसा ऐसा हो गया है जैसे इंटरनेट पर CAPTCHA — हर बार साबित करना पड़ता है कि आप इंसान हैं, रोबोट नहीं।
प्यार के नाम पर प्लान्ड मर्डर!
यह केस केवल एक व्यक्ति की हत्या नहीं, भरोसे की हत्या भी है। रिश्ते अब कागज़ पर लिखे कॉन्ट्रैक्ट से ज़्यादा नहीं लगते — जहां ‘साइन’ तो होते हैं, पर ‘सेंस’ नहीं। शायद अगली बार कोई कपल हनीमून पर निकले, तो उनके पीछे सिर्फ परिवार नहीं — एक वकील और एक जासूस भी रवाना हो।