पंडित भगत राम
सावन महीना भगवान शिव को समर्पित होता है और इस महीने के सोमवार का विशेष महत्व है। मान्यता है कि जो भक्त इस दिन व्रत रखते हैं और सच्चे मन से शिवजी का पूजन करते हैं, उनकी मनोकामनाएं अवश्य पूरी होती हैं।
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शिव पूजन कैसे करें? (Shiv Puja Vidhi)
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सुबह जल्दी उठें और स्नान करें
गंगाजल मिलाकर स्नान करना शुभ माना जाता है। -
शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र चढ़ाएं
साथ में चावल, भस्म, धतूरा, भांग और पुष्प भी अर्पित करें। -
‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जप करें
कम से कम 108 बार इस महामंत्र का जाप ज़रूर करें। -
शिव चालीसा या शिव अष्टक का पाठ करें
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दिनभर व्रत रखें – चाहें तो फलाहार करें।
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शाम को दोबारा आरती और दीप जलाकर शिवजी की पूजा करें।
क्या नहीं करना चाहिए सावन सोमवार को?
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नमक और तामसिक भोजन न करें।
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क्रोध, झूठ और किसी का अपमान करने से बचें।
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काले कपड़े पहनने से परहेज करें।
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बाल न कटवाएं और न ही शेविंग करें।
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शिवलिंग पर तुलसी और केतकी का फूल चढ़ाना वर्जित है।
सावन सोमवार का महत्व
सावन के पहले सोमवार को व्रत रखने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं, संतान प्राप्ति का योग बनता है और जीवन में शांति और समृद्धि आती है। विशेष रूप से कुंवारी कन्याएं भगवान शिव से मनचाहा वर पाने के लिए इस दिन व्रत रखती हैं।
इस दिन शिव मंदिर जाकर रुद्राभिषेक या शिवलिंग का जलाभिषेक करना अति पुण्यदायी होता है।