कांग्रेस टिकट की रेस शुरू: पंचायत चुनाव बनेगा विधानसभा टिकट का आधार

गौरव त्रिपाठी
गौरव त्रिपाठी

उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने तैयारियों की रफ्तार तेज कर दी है। इस बार कांग्रेस ने टिकट वितरण की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है। पार्टी के रणनीतिकारों के मुताबिक अब विधानसभा का टिकट उन्हीं को मिलेगा, जो पंचायत चुनाव में जीतकर आएंगे

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पंचायत चुनाव: पहला पड़ाव

मार्च-अप्रैल 2025 में होने वाले पंचायत चुनावों को कांग्रेस बेहद गंभीरता से ले रही है। इन चुनावों को विधानसभा टिकट की पहली सीढ़ी माना जा रहा है। पार्टी का मानना है कि स्थानीय स्तर पर जनाधार वाले कार्यकर्ता ही विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे।

100 दिन का सदस्यता अभियान

कांग्रेस एक 100-दिन का बूथ स्तरीय सदस्यता अभियान शुरू करने जा रही है। इसका मकसद हर बूथ पर पार्टी की पकड़ मजबूत करना है। सदस्यता अभियान में सक्रिय कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी जाएगी।

जिला समन्वय से तय होंगे विधानसभा प्रभारी

प्रत्येक विधानसभा सीट पर जिला पदाधिकारियों के समन्वय से प्रभारी नियुक्त किए जाएंगे, और कांग्रेस की रणनीति के अनुसार वही व्यक्ति आगे चलकर उस सीट से विधानसभा का उम्मीदवार बनेगा।

कांग्रेस इस बार नीचे से ऊपर की रणनीति अपना रही है — पंचायत स्तर पर मज़बूती लाकर विधानसभा में वापसी की कोशिश। यह योजना पार्टी को कार्यकर्ताओं के बीच सक्रियता बढ़ाने और संगठन को ज़मीनी स्तर से मजबूत करने में मदद कर सकती है।

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